Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ का आगाज होने जा रहा है. महाकुंभ का आयोजन प्रत्येक 12 में साल किया जाता है. महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक होगा. प्रयागराज में महाकुंभ मेले की तैयारियों की शुरुआत हो चुकी है. महाकुंभ मेले को लेकर श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा (Shri Panchdashnaam Juna Akhara) की अनूठी पहल देखने को मिलेगी.
बता दें कि, जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि (Swami Mahendranand Giri) की अगुवाई में कई दलित और आदिवासियों को महंत और पीठाधीश्वर मनाया जाएगा. ढाई सौ से अधिक दलित और आदिवासियों का पट्टाभिषेक होगा. महाकुंभ के दौरान जूना अखाड़ा दलित और आदिवासियों का पट्टाभिषेक कराएगा.
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प्रयागराज में प्रवेश कर चुके हैं श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के साधु संत
बीते रविवार, 3 नवंबर को श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के साधु संतों ने गाजे बाजे के साथ नगर प्रवेश किया. पुलिस प्रशासन और अधिकारियों ने फूल बरसाकर संतों का स्वागत किया. बता दें कि, श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के रमता पंच के संतों ने निर्विघ्न महाकुंभ समापन के लिए पूजा अर्चना की. इस पूजा में मेला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे.
श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि ने बताया कि, दलित समाज से आने वाले सन्यासियों का पट्टाभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत, पीठाधीश्वर, श्रीमहंत और थानापति के पद पर आसीन किया जाएगा. उनका कहना है कि, सनातन धर्म से वंचित लोगों को जोड़ा जा रहा है और उन्हें सनातन धर्म के आचार व्यवहार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इन लोगों को जिम्मेदारी दी जा रही है ताकि सनातन धर्म से भटके लोगों की वापसी की जा सकें.
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