Mahashivratri 2023: आज महाशिवरात्रि पर जान लें 4 प्रहर के शुभ मुहूर्त और शक्तिशाली मंत्र के साथ पूजा की सही विधि

| Updated: Feb 18, 2023, 06:43 AM IST

महाशिवरात्रि 2023

Mahashivratri Puja Vidhi: महाशिवरात्रि पर शिव जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा विधि और इन मंत्रों के साथ पूजा करें.

डीएनए हिंदी: शिव भक्तों का महापर्व महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) आ रहा है. 2023 में महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) का पर्व 18 फरवरी यानी कल मनाया जाएगा. महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) पर भगवान शिव की पूजा से उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं. महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) के दिन मां पार्वती और शिव जी का विवाह (Shiv Vivah) हुआ था इस दिन शिव पूजा (Shiv Puja) का विशेष महत्व होता है.

शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि पर शिव विवाह (Shiv Vivah) का आयोजन किया जाता है. आज हम आपको महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) पर शिव जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा विधि (Mahashivratri Shiv Puja Vidhi) के बारे में बताने वाले हैं. तो चलिए ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजूमदार से जानें कि किस विधि और मंत्रों के साथ 4 प्रहर के शुभ मुहूर्त में पूजा कर शिव कृपा प्राप्त कर सकते हैं. 

महाशिवरात्रि पूजा विधि (Mahashivratri Shiv Puja Vidhi)
- महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाना चाहिए. सभी चीजों से निवृत होने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र पहन लें. 
- मस्तक पर भस्म का तिलक लगाएं और रुद्राक्ष की माला गले में धारण करें. अगर आप घर में पूजा करने वाले हैं तो पूजा के स्थान को अच्छे से साफ कर लें. 
- मंदिर में जाकर पूजा कर रहे हैं तो शिवलिंग का विधिवत पूजन करें और महाशिवरात्रि के व्रत का संकल्प लें. संकल्प लेते समय "शिवरात्रिव्रतं ह्येतत्‌ करिष्येऽहं महाफलम. निर्विघ्नमस्तु से चात्र त्वत्प्रसादाज्जगत्पते" का जाप करें.

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- शिवलिंग पर पुष्प, अक्षत और जल आदि को अर्पित करते समय "देवदेव महादेव नीलकण्ठ नमोऽस्तु से, कर्तुमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।, तव प्रसादाद्देवेश निर्विघ्नेन भवेदिति। कामाशः शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि॥" मंत्र का जाप करें. 
- शिवलिंग पर चांदी के पात्र में जल भरकर भगवान शिव की प्रतिमा पर अर्पित करें. पंचामृत और गंगा जल से स्नान अभिषेक करते समय "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें. 
- शिवलिंग पर भाग, धतूरा, जायफल, फल, मिठाई आदि चीजों को अर्पित करें और भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं. 
- शिव जी को खीर का भोग लगाने के बाद इसका प्रसाद बांटे और खीर का सेवन करें. 
- महाशिवरात्रि पर रात्रि जागरण करके भी आप शिव जी को प्रसन्न कर सकते हैं. आपको रात्रि जागरण में शिव भजन, श्लोक, स्तोत्र चालीसा का पाठ करना चाहिए. 

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महाशिवरात्रि 4 प्रहर शुभ मुहूर्त (Mahashivratri 2023 Shubh Muhurat)
प्रथम प्रहर

18 फरवरी 2023
शाम 6 बजकर 21 मिनट से रात्रि 9 बजकर 31 मिनट तक मंत्र : ॐ ह्रीं ईशानाय नमः
शिवलिंग को दूध चढ़ाएं.


द्वितीय प्रहर
रात्रि 9 बजकर 31 मिनट से अर्धरात्रि 12 बजकर 41 मिनट तक
(19 फरवरी) मंत्र : ॐ ह्रीं अघोराय नमः
शिवलिंग को दही चढ़ाएं.

तृतीय प्रहर
अर्धरात्रि 12 बजकर 42 मिनट से प्रातः 3 बजकर 51 मिनट तक (19 फरवरी) • मंत्र : ॐ ह्रीं वामदेवाय नमः • शिवलिंग को घी चढ़ाएं.

चतुर्थ प्रहर
प्रातः 3 बजकर 52 मिनट से सुबह 7 बजकर 1 मिनट तक मंत्र : ॐ ह्रीं सद्योजाताय नमः शिवलिंग को शहद चढ़ाएं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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