Temple Cleaning Rule: किस दिन और तिथि पर मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए? जानिए क्या है नियम और क्यों

ऋतु सिंह | Updated:Aug 06, 2024, 02:10 PM IST

घर के मंदिर के सफाई के नियम

हिंदू धर्म में घर के मंदिर और पूजा स्थल को विशेष महत्व दिया जाता है. इसके रख-रखाव और प्रबंधन के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं. आइए जानते हैं कि घर के मंदिर की सफाई के लिए कौन सा दिन सबसे शुभ माना जाता है और घर के पूजा स्थल की सफाई कब नहीं करनी चाहिए?

घर का मंदिर और पूजा स्थल घर का सबसे पवित्र स्थान होता है. घर में सबसे अधिक सकारात्मक ऊर्जा मंदिर में ही होती है. घर में रोजाना पूजा पाठ करने से परिवार पर भगवान की कृपा सदैव बनी रहती है. सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, हर दिन पूजा करने से पहले मंदिर को साफ करना चाहिए. इसके लिए सुबह का समय सबसे अच्छा माना जाता है. तो यहां है घर के पूजा स्थल से जुड़े नियमों की जानकारी कि कब मंदिर की सफाई करनी चाहिए और कब नहीं.
 
मंदिर की सफाई क्यों करनी चाहिए?

हिंदू धर्म शरीर और मन के साथ-साथ पर्यावरण और घर की स्वच्छता पर भी जोर देता है. मंदिर को साफ-सुथरा रखना बहुत जरूरी है. क्योंकि मां लक्ष्मी को गंदगी पसंद नहीं है. अगर मंदिर की साफ-सफाई न की जाए तो घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है. घर में पैसों की कमी हो जाती है. इसलिए पूजा स्थल और मंदिर को साफ रखना जरूरी है. जिससे घर-परिवार पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी और सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं रहेगी.
 
किस दिन करनी चाहिए मंदिर की सफाई?

यदि आप प्रतिदिन मंदिर की सफाई करते हैं तो यह अच्छी बात है. लेकिन अगर आप हर दिन मंदिर की सफाई नहीं कर सकते तो आपको हर शनिवार को मंदिर की सफाई करनी चाहिए. हिंदू धर्म में शनिवार का दिन मंदिर की साफ-सफाई के लिए शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन मंदिर की सफाई करने से धन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
 
इसके अलावा हिंदू धर्म में हर महीने की अमास तिथि पर मंदिरों और पूजा स्थलों की सफाई करना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही हर त्योहार पर घर के मंदिर की साफ-सफाई करनी चाहिए. क्योंकि वह समय और तारीख एक बड़ा त्योहार है.

मंदिर की सफाई कब नहीं करनी चाहिए?

रात का समय भगवान के विश्राम का समय होता है, इसलिए मंदिर की सफाई हमेशा दिन में ही करनी चाहिए. रात के समय सफाई करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.

 पूजा के तुरंत बाद मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए. इससे सकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है.

जब तक मंदिर में दीपक जल रहा हो और धूप या अगरबत्ती जल रही हो, इस दौरान कभी भी मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए.

इस दिन जरूर करें मंदिर की सफाई

जिस तरह शनिवार को सफाई के लिए शुभ दिन माना जाता है, उसी तरह गुरुवार के दिन मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए. इसके अलावा एकादशी के दिन भी मंदिर की सफाई करना अशुभ माना जाता है. गुरुवार को छोड़कर आप सप्ताह के किसी भी दिन घर के मंदिर की सफाई कर सकते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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