सोने से पहले मंदिर में जरूर लगाएं पर्दा, जानें इसका महत्‍व और इसके पीछे की वजह

Written By Aman Maheshwari | Updated: Aug 19, 2023, 07:05 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Mandir Niyam: रात को सोने से पहले मंदिर पर पर्दा लगा देना चाहिए. आज हम आपको बताएंगे कि मंदिर में पर्दा लगाान क्यों जरूरी होता है.

डीएनए हिंदीः भगवान की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को ईश्वर के आशीर्वाद से तरक्की और जीवन में सफलता मिलती है. ऐसे में सुख-समृद्धि की चाह पूरी करने के लिए लोग रोजाना पूजा (Mandir Niyam) करते हैं. लोग घरों में भी मंदिर का निर्माण (Mandir Niyam) करते हैं हालांकि घर में मंदिर का निर्माण करने पर व्यक्ति को भगवान की पूजा और मंदिर से जुड़े सभी नियमों (Mandir Niyam) के बारे में जानकारी होनी चाहिए. ऐसे ही एक नियम है कि रात को सोने से पहले मंदिर पर पर्दा (Mandir Niyam) लगा देना चाहिए. आज हम आपको बताएंगे कि मंदिर में पर्दा लगाान क्यों जरूरी होता है.

सोने से पहले मंदिर में जरूर लगाएं पर्दा
इंसान की तरह ही रात के समय में भगवान भी विश्राम करते हैं. यहीं वजह है कि रात को सोने से पहले मंदिर पर पर्दा लगा देना चाहिए. रात के समय भगवान की विश्राम के समय कोई बाधा न आए इसके लिए मूर्तियों को ढकना जरूरी होता है. आप सुबह नहाने के बाद मंदिर पर से पर्दा हटा दें.

 

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पर्दा लगाने के नियम
मंदिर के दरवाजे पर आप पीले रंग का पर्दा लगा सकते हैं. आप गुलाबी और क्रीम रंग के पर्दे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. मंदिर पर पर्दा लगाने से भगवान की कृपा से घर के सदस्यों का अध्यात्म में मन लगा रहता है. पीले रंग का पर्दा इसलिए शुभ माना जाता है क्योंकि इसे लगाने से घर के सदस्यों में  भगवान के प्रति आस्था बढ़ती है. मंदिर में भगवान को भोग लगाते समय भी कुछ देर के लिए पर्दा लगाया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है कि माना जाता है कि नहाना और खाना हमेशा पर्दे में ही होना चाहिए. 

इन नियमों का भी रखें ध्यान
- मंदिर में भगवान की मूर्ति ज्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए. ऐसी मूर्ति स्थापित करें जिसमें भगवान बैठे हुई अवस्था में हो. मूर्ति आकार में छोटी होनी चाहिए.
- वास्तु के अनुसार, मंदिर का मुख पू्र्व दिशा की ओर होना चाहिए. इस दिशा में मंदिर का होना शुभ होता है.
- भगवान की मूर्ति रखने से पहले सभी मूर्ति के नीचे कपड़ा जरूर बिछाएं. मूर्ति हमेशा साफ कपड़ा बिछाने के बाद ही रखें.
- मंदिर ऐसी जगह स्थापित करें जहां पर दिन में एक बार सूर्य की किरणें अवश्य आती हो. इसके साथ ही मंदिर की रोज साफ-सफाई करनी चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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