डीएनए हिंदी: ज्योतिष (Jyotish Shastra) के अनुसार, कुंडली में कई प्रकार के दोष होते हैं. जन्मकुंडली में दोषों की वजह से जातकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जन्मकुंडली में कई ग्रहों से संबंधित दोष होते हैं इनमें से एक मांगलिक दोष (Manglik Dosh) भी होता है. मांगलिक दोष (Manglik Dosh) को सबसे अधिक नकारात्मक माना जाता है. हालांकि ज्योतिष के अनुसार, मांगलिक दोष (Manglik Dosh) भी अन्य दोष की तरह ही होता है. कई साधारध उपायों को करके इसके प्रभाव (Manglik Dosh Effects) से मुक्ति पा सकते हैं.
ऐसा माना जाता है कि कुंडली में मांगलिक दोष (Manglik Dosh) हो तो ऐसे जातक की शादी के बाद उसके जीवनसाथी की मृत्यु हो जाती है. हालांकि मांगलिक दोष (Manglik Dosh) दूर हो जाए तो मांगलित दोष वाले जातक भी सामान्य और अच्छा जीवन जी सकते हैं.
मांगलिक दोष (Manglik Dosh)
ज्योतिषीय ग्रंथों के अनुसार यदि मंगल ग्रह कुंडली के पहले, चौथे, सातवें और आंठवें घर में हो तो यह मांगलिक दोष होता है. मांगलिक दोष को आप साधारण उपायों के जरिए दूर कर सकते हैं. जिस जातक की कुंडली में मांगलिक दोष होता है वह बहुत ही संघर्षशील और क्रोधी स्वभाव का होता है. यह अपने पार्टनर्स को भी पीछे छोड़ने के लिए प्रयास करते हैं. कई बार इस वजह से इनके रिश्ते भी टूट जाते हैं.
यह भी पढ़ें - Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर शिव पूजा में भूलकर भी न करें ये गलतियां, शिव के नाराज होने से बढ़ सकता है दुर्भाग्य
मांगलिक दोष के सकारात्मक प्रभाव (Manglik Dosh Positive Effects)
मांगलिक दोष के केवल नकारात्मक प्रभाव ही नहीं होते हैं बल्कि इसके कुछ सकारत्मक प्रभाव भी होते हैं. मांगलिक लोगों का शरीर बहुत ही सुंदर और आकर्षक होता है. ऐसे लोग अधिक बलवान भी होते हैं. यह करियर में बड़े पदों पर पहुंचते हैं और खूब तरक्की करते हैं. मांगलिक दोष वाले लोगों का भाग्योदय भी विदेश में होता है.
मांगलिक दोष दूर करने के उपाय (Manglik Dosh Ke Upay)
- मंगल दोष को दूर करने के लिए रोजाना पक्षियों को दाना डालना चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में मंगल ग्रह शांत हो जाते हैं.
- मंगल ग्रह के दोष से मुक्ति पाने के लिए हर मंगलवार को हनुमान जी का व्रत करें और सौ बार हनुमान चालीसा का पाठ करें.
- मंगल दोष को दूर करने के लिए मां दुर्गा की प्रतिमा के आगे बैठकर मंगल चंडिका श्लोक का पाठ करें. ऐसा करने मंगल ग्रह भी शुभ प्रभाव देने लगता है.
- आप 28 साल की उम्र के बाद कुंभ विवाह या देव प्रतिमा के साथ विवाह कर इस दोष को दूर कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें -Mahashivratri 2023 Date: 18 या 19 फरवरी किस दिन मनाई जाएगी महाशिवरात्रि, यहां देखे सही तारीख और मुहूर्त
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.