डीएनए हिंदी: रक्षाबंधन पर आप भाई की कलाई में राखी बांधें या किसी पूजा-पाठ में हाथ में कलवा बंधवाएं. इसे पहनने ही नहीं, उतारने के साथ ही इसके रखने के नियम भी सख्त हैं. अगर नियमों का पालन न हो तो ये विपरीत प्रभाव देते हैं. इसे बांधने के दौरान कुछ नियमों का ध्यान रखे के साथ ही इसे उतार कर रखने से जुड़ी जानकारी भी होनी चाहिए.
राखी भाई की रक्षा के लिए बांधी जाती है और कलावा सुख-शांति, शक्ति और विद्या के लिए. हाथ में कलावा बांधने से मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और मां काली के आशीर्वाद मिलता है. रक्षा सूत्र बांधने के समय मंत्र का पढ़ना, उतारते समय दिन का ध्यान और रखने का स्थान बहुत मायने रखता है. तो चलिए इस रक्षा धागा को बांधने से जुड़े नियम जानें. क्योंकि अगर नियमों का पालन न हो तोजीवन में अशुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं.
यह भी पढ़ें: Jyotish Tips: दो दिन हो कोई भी त्योहार तो जानिए किस दिन मनाना चाहिए, नही रहेगा कभी कंफ्यूजन
राखी या कलावा बांधते का मंत्र
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वाम रक्ष बध्नामि, रक्षे माचल माचल:।।
कलावा या राखी में बांधे 3 गांठ
ध्यान रहे राखी में हमेशा तीन गांठ बांधनी चाहिए. तीन गांठों का संबंध भगवानों से होता है. यानी कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश. हर गांठ इन भगवानों के नाम पर समर्पित होती है. वहीं, तीन गांठों को शुभ भी माना जाता है.
यह भी पढ़ें: मान्यता है कि कई बीमारियों से बचाता है जनेऊ, जानिए इसे पहनने का धार्मिक महत्व
जानें कलावा और राखी से जुड़ ये अन्य नियम
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.