डीएनए हिंदी: मनुस्मृति (Manusmriti) में जीवन को सुखी व संस्कारवान बनाने के अनेक सूत्र बताए गए हैं. इन सूत्रों को जीवन में ढालने से व्यक्ति के जीवन में मान-सम्मान बना रहता है. वहीं इसमें कुछ ऐसे भी सूत्र हैं, जो ये बताते हैं कि व्यक्ति को कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए. मनुस्मृति के एक श्लोक (Manusmriti life management Tips) में ऐसे ही सूत्र के बारे में वर्णन मिलता है, जिसमें बताया गया है कि जब भी महिलाएं ये 7 काम करती हुई दिखें तो वहां से उठकर चले जाना चाहिए और उनकी ओर (Manusmriti Tips) नहीं देखना चाहिए. इससे व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से इन्हीं 7 सूत्रों के बारे में बताने वाले हैं. आइए जानते हैं मनुस्मृति के उस श्लोक के बारे में जिसमें इन बातों का वर्णन मिलता है.
श्लोक
नाश्नीयाद्भार्यया सार्द्धं नैनामीक्षेत चाश्नतीम्।
क्षुवतीं जृम्भमाणां वान्न चासीनां यथासुखम्।।
नञ्जयन्तीं स्वके नेत्रे न चाभ्यक्तामनावृताम्।
न पश्येत्प्रसवन्तीं च तेजस्कामो द्विजोत्तम:।।
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भोजन करती हुई महिला
मनुस्मृति के अनुसार, कभी भी भोजन करती हुई महिला को नहीं देखना चाहिए. क्योंकि, इस स्थिति में जब कोई महिलाओं को देखता है तो उन्हें असहजता होती है और वे ठीक तरीके से भोजन नहीं कर पातीं हैं. इसलिए शिष्टाचार कहता है कि जब कोई महिला भोजन कर रही हो तो उनकी ओर न देखें.
छिंकती या जम्हाई लेती महिला
इस स्थिति में महिला की ओर देखना भी शिष्टाचार के विरुद्ध माना गया है. क्योंकि इन दोनों ही स्थिति में स्त्री स्वयं पर नियंत्रण नहीं पाती और इस समय उन्हें मर्यादा का भी भान नहीं रहता है. इसलिए अगर कोई महिला ये दोनों काम कर रही हो तो पुरषों को उनकी ओर नहीं देखना चाहिए.
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श्रृंगार करती महिला
इसके अलावा आंखों में काजल लगाती यानी श्रृंगार करती महिला को जब कोई पुरुष देखता है, तो ऐसी स्थिति में वे असहज महसूस करती हैं. ऐसे में उनका ध्यान अपने श्रृंगार से हट जाता है और मन में तरह-तरह के विचार आने लगते हैं. इसलिए अगर कोई महिला श्रृंगार कर रही हो तो पुरषों को वहां से हट जाना चाहिए.
इस स्थिति में भी उस स्थान से निकल जाएं
इन सभी के अलावा तेल मालिश करती और बच्चे को जन्म देती स्त्री को भी कभी नहीं देखना चाहिए. हालांकि, ये दोनों ही परिस्थिति किसी पुरुष के जीवन में कभी नहीं बनती है. लेकिन अगर ऐसी स्थिति बन जाए तो शिष्टाचार के नाते और लोक निंदा के भय से उस स्थान से चले जाना चाहिए..
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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