डीएनए हिंदीः धर्म ग्रंथों में अगहन मास यानी मार्गशीर्ष ष मास को धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण बताया गया है. हिंदू पंचांग के नौवें महीने की 9 नवंबर से हो गई और ये इसका अंतर 8 दिसंबर को होगा. अगहन महीने के स्वामी भगवान श्रीकृष्ण हैं. इस महीने में शंख पूजा जरूर करनी चाहिए और कुछ उपाय भी.
अगहन मास में भगवान श्रीकृष्ण के पांचजन्य शंख की पूजा का महत्व है लेकिन अगर आपके पास यह शंख नहीं तो आप किसी भी शंख की पूजा कर सकते हैं. अगहन में अगर शंख से जुड़ी कुछ खास उपाय किए जाएं तो धन-धान्य से लेकर स्वास्थ्य तक की समस्या दूर हो सकती है. तो चलिए जानें किस उपाय से क्या लाभ मिलेगा.
मार्गशीर्ष महीने में कब है मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती, जान लें इस मास के खास व्रत
भगवान विष्णु-लक्ष्मी का अभिषेक करें
अगहन मास में रोज सुबह स्नान के बाद भगवान श्रीकृष्ण और देवी लक्ष्मी की पूजा करें और इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख में केसर या हल्दी मिश्रित दूध से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की प्रतिमाओं का अभिषेक करें. इससे धन और विवाह से जुड़ी हर तरह की समस्या दूर हो जाती है. अगर दक्षिणावर्ती शंख हो तो साधारण शंख का उपयोग भी कर सकते हैं.
मंदिर में शंख का दान करें
इस महीन में शंख की पूजा के साथ शंख का दान अमोघ पुण्य की प्राप्ति कराता है. अपने घर में शंख की ध्वनि करें और शंख का दान भी मंदिर में करें. ध्यान रहें जिस शंख की पूजा की जाती है उसे कभी बजाया नहीं जाता है. इसलिए शंख हमेशा ऐसा दान दें जिसमें कोई दोष या खंडित न हो. ऐसा करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी और किसी भी प्रकार के दोष से मुक्त होंगे.
2023 जनवरी से शनि की साढ़े-साती और ढैय्या होगी शुरू, इन 5 राशियों के लिए होगा भारी
मोती शंख तिजोरी में रखें
मोती शंख अगर मिल जाए तो इस अगहन मास में जरूर अपने तिजारी में रखें. इसे आपकी तिजोरी कभी खाली नहींे होगी. चावल को केसर या हल्दी में रंग कर इसे शंख में भर दें और लाल कपड़े में बांध कर उसकी पूजा करें और उसे अपनी तिजोरी में रख दें. इससे आपके घर में बरकत बनी रहेगी.
ऐसे करें रोज करें शंख की पूजा
अगहन मास के दौरान रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद शंख की पूजा करें. कुंकुम और चावल चढ़ाने के बाद इस मंत्र का जाप करें.
त्वं पुरा सागरोत्पन्न विष्णुना विधृतरू करे.
निर्मितरू सर्वदेवैश्च पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते.
तव नादेन जीमूता वित्रसन्ति सुरासुरारू.
शशांकायुतदीप्ताभ पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते॥
Margashirsha Amavasya 2022: मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि कब, शुभ मुहूर्त, स्नान-दान का महत्व
शुक्र ग्रह से शुभ फल पाने के लिए
अगर आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर स्थिति में है तो अगहन मास में किसी भी दिन एक सफेद कपड़े में सफेद शंखए चावल व बताशे लपेटकर नदी में बहाएं. इससे शुक्र के दोष दूर होंगे और आपके जीवन में खुशहाली बनी रहेगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.