Chaitra Masik Shivratri 2023: आज है चैत्र की मासिक शिवरात्रि, जानें सही डेट और व्रत पूजन विधि

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 20, 2023, 06:26 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Chaitra Masik Shivratri: मासिक शिवरात्रि प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. 12 महीनों में 12 मासिक शिवरात्रि मनाई जाती हैं.

डीएनए हिंदी: भगवान शिव की पूजा के लिए मासिक शिवरात्रि (Chaitra Masik Shivratri 2023) का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है. मासिक शिवरात्रि (Chaitra Masik Shivratri 2023) प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. साल में 12 महीनों में कुल 12 मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) मनाई जाती है.

मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व होता है. मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का व्रत संतान सुख पाने और धन प्राप्ति के लिए किय जाता है. इस दिन जलाभिषक, मंत्र जाप और रुद्राभिषेक करने से भक्तों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. तो चलिए ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मजूमदार से चैत्र माह की मासिक शिवरात्रि (Chaitra Masik Shivratri 2023) की सही तिथि और पूजा विधि के बारे में जानते हैं.

चैत्र मासिक शिवरात्रि 2023 तिथि (Chaitra Masik Shivratri 2023 Tithi)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चतुर्थी तिथि पर शिवजी का विवाह संपन्न हुआ था. इस दिन को महादेव के शिवलिंग रूप में प्रकट होने का दिन भी मानते हैं. पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि 20 मार्च 2023 को सुबह 4 बजकर 55 मिनट पर शुरू होगी. तिथि का समापन 21 मार्च को सुबह 1 बजकर 47 मिनट पर होगा. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त रात को 12 बजकर 5 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक है.

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मासिक शिवरात्रि पूजा विधि (Masik Shivratri 2023 Puja Vidhi)
- मासिक शिवरात्रि पर सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का संकल्प लें.
- इस दिन आपको मंदिर जाकर या घर पर ही भगवान शिव  और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए.
- मासिक शिवरात्रि पर पहले शिवलिंग पर जलाभिषेक करें उसके बाद ही शुद्ध घी, दूध, शक्कर और दही से अभिषेक करें. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए आप इस दिन रुद्राभिषेक भी करा सकते हैं.
- शिव जी की पूजा के लिए बेलपत्र, धतूरा, श्रीफल आदि शिवलिंग पर अर्पित करें. आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि बेलपत्र साफ-सुथरा होना चाहिए.
- शिवरात्रि की पूजा के लिए रात का समय सही होता है ऐसे में आपको रात को 12 बजे शिव जी की पूजा करनी चाहिए.
- शिवरात्रि के व्रत में अन्न खाना मना होता है ऐसे में आपको शिवरात्रि के व्रत पर आपको फलाहार करना चाहिए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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