डीएनए हिंदी: Navratri Nine Days Flowers Benefits- नवरात्रि शुरू हो चुकी है, घरों में मंदिरों में देवी की पूजा आराधना भी चल रही है. देवी को प्रसन्न करने के लिए हर कोई अपनी भक्ति और श्रद्धा के मुताबिक पूजा पाठ करते हैं. मां की पूजा सामग्रियों में फूल (Devi Flower) एक अहम सामग्री है, जिसे हम रोजाना चढ़ाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर दिन मां के स्वरूप के हिसाब से अलग अलग फूल उन्हें अर्पित किए जाते हैं, इन फूलों का हमारे जीवन में भी बहुत महत्व (Nine Days Flowers Benefits) है, ये फूल हमारे जीवन में शुभ फल लेकर आते हैं. आज हम आपको मां को अर्पित किए जाने वाले फूलों के आध्यात्मिक महत्व के बारे में बताएंगे.
शैलपुत्री- नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है.मां शैलपुत्री को सफेद कनेर के पुष्प अच्छे लगते हैं.इन्हें अर्पित करने से जीवन में स्थिरता आती है और तनाव दूर होता है. यह शांति का प्रतीक है.
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मां ब्रह्मचारिणी- को पूजा में वट यानी कि बरगद के पेड़ का फूल चढ़ाएं.इससे बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है.व्यवसाय में तरक्की मिलती है
तीसरे दिन- चंद्रघंटा को शंखपुष्पी के फूल से करें.कहते हैं इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.पैसों का अभाव नहीं होता.
चौथे दिन- मां कूष्मांडा को पीले रंग के फूल जैसे, पीला कमल,गेंदा अर्पित करें.इससे मां प्रसन्न होकर भक्तों को बेहतर स्वास्थ का वरदान देती हैं
पांचवा दिन- देवी स्कंदमाता को भी पीले रंग का फूल पसंद है.मान्यता है इससे संतान सुख प्राप्त होता है और घर में खुशहाली आती है.
छठा दिन- मां कात्यायनी का पूजन बेर के पेड़ के फूल से करना चाहिए.इससे देवी अधिक खुश होती हैं और शादी में कोई समस्या नहीं आती है
सातवां दिन - मां दुर्गा के रोद्ररूप देवी कालरात्रि को रात रानी का फूल या फिर गेंदा अर्पित करें.मान्यता है इससे शत्रुओं का सामना करने की शक्ति मिलती है.
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आठवां दिन- महाअष्टमी वाले दिन मां महागौरी का पूजन मोगरे के फूल से करें.इससे वैवाहिक जीवन में मिठास आएगी और परिवार में एकता बढ़ेगी
महानवमी- नवरात्रि के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है. इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा चंपा या गुड़हल के फूल से करनी चाहिए. इससे भक्तों को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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