डीएनए हिंदू: Navratri Deepak Rules- हिंदू धर्म में पूजा करते वक्त दीपक जलाने का रिवाज है, नवरात्रि (Navratri 2022) में देवी मां के सामने दीपक जलाया जाता है, देवी दुर्गा के सामने अखंड ज्योत जगाने की रीत है, इससे मां प्रसन्न होती हैं और मन चाहा फल देती हैं लेकिन दीपक जलाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें और आज हम आपको बताएंगे कि दीपक जलाते वक्त किन बातों का खयाल रखें
मां के सामने दीपक जलाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पूजा के वक्त घी का दीपक प्रभु के समक्ष अपनी बाईं ओर और तेल के दीपक को दाएं हाथ की ओर रखें.
- कभी खंडित दीपक न जलाएं, ध्यान रहे कि जो दीपक आप जला रहे हैं वो खंडित यानि टूटा ना हो
- घी का दीपक जला रहे हैं तो सफेद रुई का और अगर तेल का दीपक जला रहे हैं तो लाल धागे की बत्ती का इस्तेमाल करें.
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- दीपक रखने की सही दिशा पूरब मानी जाती है.पश्चिम दिशा में दीपक रखने से फिजूल खर्च बढ़ता है.पितरों के निमित्त दक्षिण दिशा में दीपक जलाया जाता है.
- सुबह के समय पूजा-पाठ में एकाग्रता बनी रहती है.इसलिए सुबह की पूजा करने का सही समय पांच बजे से दस बजे तक है. शाम की पूजा का लिए उत्तम समय पांच से सात के बीच का माना जाता है.
- शाम के वक्त घर के मुख्य दरवाजे पर दीपक को जमीन पर न रखकर चावल या दूसरी चीज के ऊपर रखें.
- दीपक जलाने के तुरंत बाद बुझ ना जाए, इसलिए इसे हवा से बचाकर जलाएं.
- कभी भी एक दीपक से दूसरे दीपक को ना जलाएं. दीपक को हमेशा अलग-अलग करके जलाएं
- रोज सुबह शाम दीपक जलाएं, दीपक बुझ ना पाए
- रोज अलग अलग दीपक जलाएं, जले हुए दीपक को रोज ना जलाएं
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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