Navratri 2022: देवी के समक्ष अखंड ज्योति जलाने से पहले जप लें ये मंत्र, तभी पूजा होगी पूरी

Written By ऋतु सिंह | Updated: Sep 15, 2022, 10:34 AM IST

देवी के समक्ष अखंड ज्योति जलाने से पहले जप लें ये मंत्र

Akhand Jyoti Mantra: अखंड ज्योति जलाने का अलग ही नियम है, इस ज्योत को प्रज्वलित जलाने से पहले एक मंत्र का जाप जरूरी है.

डीएनए हिंदीः नवरात्रि में देवी दुर्गा के समक्ष अखंड ज्योति जलाने का अलग ही नियम है, इस ज्योत को प्रज्जवलित जलाने से पहले एक मंत्र का जाप जरूरी है. 26 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रही है और देवी दुर्गा के नौ रूपों का इस नौ दिन पूजन किया जाएगा. नवरात्रि में देवी के समक्ष नौ दिन तक अखंड ज्योत जलाने का बहुत महत्व माना गया है लेकिन अगर इस ज्योत को जलाने का सही तरीका न पता हो तो पूजा का पुण्यफल नहीं मिलता और कई बार पूजा खंडित भी हो जाती है. 

किसी भी पूजा में अखंड ज्योत जलाने के कुछ नियम होते हैं और नवरात्रि में ये नियम या विधान क्या है यह जान लेना जरूरी है. नवरात्रि में अखंड ज्योत मंत्र पढ़ने के बाद ही जलानी चाहिए. ये मंत्र क्या है और अखंड ज्योत में बाती किस चीज की हो ये भी जानना जरूरी है. साथ ही अखंड ज्योत से जुड़ी और भी बहुत सी बातें हैं जो जाननी चाहिए.

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नवरात्र में अखंड दीप जलाने से पहले जान लें ये बातें 

1-अखंड ज्योति जलाने से पहले भगवान गणेश, भगवान शिव और मां दुर्गा का ध्यान करते हुए ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कृपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु‍तेष् मंत्र का जप करना चाहिए. इसके बाद मां के समक्ष अखंड ज्योति जलाएं. याद रखें देवी की पूजा के नौ दिन बाद भी दीपक को कभी खुद से न बुझाएं. दीपक को मंदिर में रख दें और स्वतः बुझने दें.

2-अखंड ज्योत संभव हो तो घर के निकले शुद्ध घी का प्रयोग करें अन्यथा सरसों के तेल का दीपक भी जलाया जा सकता है. बस ध्यान रखें कि घी का ज्योत देवी के दाईं ओर और तेल का दीपक देवी के बाईं ओर रखें.

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3-अखंड ज्योति हमेशा कलश के उपर रखें और कलश में चावल होना चाहिए और इस कलश को लाल वस्त्र पर रखें.

4-अखंड दीपक की ज्योत रक्षासूत्र से बनानी चाहिए और ये सूत्र करीब सवा हाथ का होना चाहिए और दीपक के बीचों बीच इसे रखें. 

5-अखंड ज्योति की तरफ भूल कर भी पीठ नहीं करें क्योंकि ऐसा करना अपमान होता है. 

6- अखंड ज्योति सबसे शुद्ध मिट्टी के दीए में जलाना चाहिए. इसके अलावा इसे पीतल के बरतन में भी जलाया जा सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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