Neelam Gemstone: नीलम रत्न को पहनते ही स्ट्रेस से लेकर कर्ज तक से मिल जाएगा छुटकारा, जानें किन के लिए है शुभ

Written By नितिन शर्मा | Updated: Oct 23, 2024, 07:31 PM IST

हिंदू धर्म में रत्न शास्त्र का बड़ा महत्व है. इसमें प्रमुख रूप से 9 रत्न होते हैं, जो सभी नौ ग्रहों से संबंधित है. इन्हें धारण करने से जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं.

Neelam Ratan Pehnne ke Fayde: ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रह तो रत्न शास्त्र में नौ रत्नों बारे में बताया गया है. यह सभी रत्न अलग अलग ग्रह से संबंधित हैं. इन रत्नों के धारण करने से नीच और कमजोर स्थिति में मौजूद ग्रह भी बलशाली हो जाता है. ऐसा ही एक रत्न नीलम है. नीलम का संबंध शनि ग्रह से होता है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, सभी रत्नों में नीलम सबसे ज्यादा प्रभावशाली और शक्तिशाली रत्न है. इस रत्न को धारण करने से शनि की ढैय्या से लेकर साढ़ेसाती का प्रभाव कम हो जाता है. वहीं जीवन में सुख, वैभव और धन-संपदा की प्राप्ति होती है. व्यक्ति को स्ट्रेस से लेकर कर्ज तक से छुटकारा मिल जाता है, लेकिन इस रत्न को धारण करने से पूर्व कुंडली से लेकर व्यक्ति की ग्रह दशा को देखना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं कौन लोग नीलम रत्न को धारण कर सकते हैं. इसके नियम से लेकर फायदे और नुकसान...

ये हैं नीलम रत्न धारण करने फायदे

ज्योतिषचार्य प्रीतिका मोजूमदार के अनुसार, नीलम रत्न सभी शक्तिशाली और प्रभावशाली रत्नों में से एक है. इसके धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है. इसके साथ डिप्रेशन से लेकर स्ट्रेस से छुटकारा मिलता है. शनि की किसी भी दशा से पड़ने वाले दुष्प्रभाव को यह कम कर देता है. व्यक्ति में सहास और आत्मविश्वास भरता है. 

ये लोग धारण कर सकते हैं नीलम रत्न

ज्योतिषाचार्य के अनुसार, कुंभ से लेकर वृषभ, तुला और मकर राशि के जातक नीलम रत्न धारण कर सकते हैं. इनके लिए नीलम रत्न शुभ होता है. इसके धारण करने से कुंडली में शुभता में बदल जाता है. शनि से प्रभावित न होने पर भी इन लोगों के लिए नीलम धारण करना शुभ होता है. 

इन लोगों के लिए अशुभ होता है नीलम

सभी 12 राशियों के जातकों में ​मेष मिथुन सिंह, कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को नीलम धारण नहीं करना चाहिए. इन लोगों के लिए यह रत्न अशुभ साबित होता है. इन्हें इसके अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं. इस रत्न को धारण करने पर व्यक्ति को आर्थिक नुकसान से लेकर शारीरिक कष्ट, आंखों में बीमारी और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है.  

नीलम धारण करने के नियम

ज्योतिषाचार्य के अनुसार, सभी रत्न धारण करने के अलग अलग नियम होते हैं. इसी तरह नीलम रत्न धारण करने के भी कुछ नियम हैं. इसमें सबसे पहला 6 से 7 रत्ती का नीलम धारण करना चाहिए. इसके साथ ही यह रत्न सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए. इसे चांदी या फिर पंचधातु की अंगुठी में पहने. साथ ही इस रत्न को शनिवार की शाम धारण करना बेहद शुभ होता है. 
 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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