डीएनए हिंदी: व्यक्ति को अपने जीवन में वास्तु से जुड़े सभी नियमों (Vastu Tips For Sleeping) का पालन करना चाहिए. ऐसा न करने पर यह न सिर्फ व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालती है बल्कि स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है. आपको दैनिक कार्यों के दौरान ही नहीं बल्कि सोते समय भी सही वास्तु के नियमों (Vastu Tips For Good Luck) का पालन करना चाहिए. ज्योतिष और वास्तु के नियमों (Vastu Tips For Sleeping) के अनुसार बताया गया है कि व्यक्ति को किस दिशा में पैर करके सोना चाहिए. अगर गलत दिशा में पैर करके सोया जाए तो शारीरिक और मानसिक रोग हो सकते हैं. ऐसे में इस स्थिती से बचने के लिए आपको सोते समय वास्तु के नियमों (Vastu Niyam) का पालन करना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि कौन सी दिशा में पैर करके सोना अशुभ होता है.
दक्षिण दिशा मानी जाती है अशुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को अशुभ मानते हैं. इस दिशा में पैर करके सोने से शरीर की ऊर्जा बाहर निकल जाती है. मृत व्यक्ति को दक्षिण में पैर और उत्तर में सिर करके ही रखा जाता है. इसलिए सोने के लिए इस दिशा को शुभ नहीं मानते हैं. दक्षिण दिशा को यमदूतों, यम और दुष्टों का वास भी होता है यहीं वजह है कि इस दिशा में पैर करके सोने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रहता है.
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रोगों का बना रहता है खतरा
दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से शरीर की ऊर्जा समाप्त होती है इसी वजह से थकान महसूस होने लगती है. यदि व्यक्ति लगातार इसी दिशा में पैर करके सोता है तो उसे भ्रम, मृत्यु और रोग का भय बना रहता है. व्यक्ति की ऊर्जा कम होने के पीछे वैज्ञानिक कारण हैं. दरअसल, पृथ्वी के दक्षिणी और उत्तरी दोनों ही ध्रुव में चुंबकीय प्रवाह होते हैं जो शरीर की ऊर्जा को कम करते हैं.
पूर्व में पैर करके सोने से नाराज होते हैं देवता
पूर्व दिशा को देवी-देवताओं की दिशा माना जाता है. ऐसे में व्यक्ति को पूर्व की ओर पैर करके नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने से देवी देवता नाराज हो जाते हैं. पूर्व में पैर करके सोने से सूर्य देव भी नाराज होते हैं. पश्चिम में पैर करके भी नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं.
दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से हो सकते हैं मंगल दोष
मंगल ग्रह दक्षिण दिशा में है. मंगल को एक क्रुर ग्रह माना जाता है. ऐसे में इस दिशा में पैर करके सोने से मंगल के क्रुर प्रभाव भी झेलने पड़ सकते हैं. दक्षिण और पूर्व दिशा में पैर करके सोने से जीवन में भय, निराशा, आलस्य, बुरे सपने जैसे प्रभाव का सामना करना पड़ता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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