डीएनए हिंदी: हमारे पूर्वज भी अपने वंशजों से अपना सम्मान चाहते हैं. मान्यता है कि जब हमारे अपने किसी प्रिय की मौत होती है तो वह पितृ देव का रूप धारण कर लेते हैं और अपने परिवार की रक्षा करते हैं लेकिन उनके वंशज उनकी पूजा न करें या तिरस्कार करें तो वह नाराज हो जाते हैं और अशुभ फल देते हैं.
अगर आपके अच्छे-भले जीवन में अचानक से परेशानियों का बादल फट पड़ा हो और उथल-पुथल मच गई तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताएंगे जो ये बताएंगे कि आपके पितृ आपसे नाराज हैं. साथ ही यह भी जानें कि अगर आप पितृ पक्ष में अगर अपने पूर्वजों का पिंडदान कर दें तो आपके पितृ दोष भी दूर होंगे और उनका आशीर्वाद भी मिलेगा.
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पितरों के नाराज होने के संकेत
- अचानक से आपके बनते काम बिगड़ने लगें या जीवनयापन में दिक्कत आने लगे तो ये पितृ की नाराजगी का संकेत है.
- अगर लाख मेहनत के बाद भी आपके हाथ सफलता नहीं आ रही तो समझ लें पूर्वज नाराज हैं.
- घर-परिवार में तनाव, व्यापार में नुकसान और करियर में रुकावटें भी पितरों की नाराजगी का संकेत है.
- पति-पत्नी के बीच अगर संबंध अचानक से बिगड़ जाएं तो ये पितृ नाराजगी का संकेत होता है.
- पितृ दोष के कारण घर के लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्या आ सकती है. अविवाहितों के विवाह में बेवजह बाधाएं आती हैं.
- पूजा-पाठ का शुभ फल नहीं मिलता है.
- घर के एक ही सदस्य के खाने में बार-बार बाल निकलता है. यहां तक कि वह बाहर भी खाना खाने जाए तो भोजन में बाल मिलने का संकेत पूर्वजों की घोर नाराजगी का संकेत है.
- घर में साफ-सफाई के बाद भी बदबू आए तो ये संकेत भी सही नहीं.
- शुभ कामों में अड़चनें आना, शुभ कार्यों-त्योहारों के दिन झगड़े होना या कोई अशुभ घटना होना और खुशी का मौका दुख में बदल जाना.
- सपने में बार-बार पूर्वजों का दिखना, रोना या कुछ खास संकेत देना.
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पितृ दोष से निजात पाने के उपाय
पिंडदान करें, गो-दान करें. पितरों की शांति के लिए अनुष्ठान करना. कौवों को भोजन देना. पितृ दोष शांति का उपाय कराना. भगवान भोलेनाथ का ध्यान करते हुए ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात मंत्र की एक माला रोज जपना.