डीएनए हिंदीः ज्योतिष में अंक शास्त्र (Ank Shastra) के जरिए व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जान सकते हैं. इसके लिए व्यक्ति के मूलांक (Mulank Numerology) और भाग्यांक (Bhagyank Numerology) का सहारा लिया जाता है. अंक ज्योतिष (Ank Jyotish) में इन दोनों का ही महत्व होता है. अंक ज्योतिष (Ank Jyotish) के मुताबिक आप व्यक्ति की जन्म तारीख से बड़ी ही आसानी से उसका भाग्यांक और मूलांक (Bhagyank And Mulank Numerology) पता कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं कि मूलांक और भाग्यांक (How To Calculate Bhagyank And Mulank) कैसे निकालते हैं और इन दोनों में क्या अंतर होता है.
मूलांक (Mulank Numerology)
जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 1 से 9 तारीख के बीच हुआ हो उनका मूलांक जन्म तारीख के अनुसार वहीं होता है. किसी व्यक्ति का जन्म 5 तारीख को हुआ है तो उसका मूलांक 5 होगा. ऐसे ही जन्म तारीख के नंबरों को जोड़कर इकाई अंक निकाल कर मूलांक पता लगाया जाता है. किसी का जन्म 29 तारीक को हुआ है तो उसका मूलांक (2+9)11 और (1+1) 2 होगा. इस तरह किसी भी व्यक्ति का मूलांक पता कर सकते हैं. मूलांक से व्यक्ति के स्वभाव, प्रकृति, गुण-दोष आदि बातों के बारे में जान सकते हैं.
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भाग्यांक (Bhagyank Numerology)
भाग्यांक को निकालने के लिए जन्म तारीख, महीना और वर्ष को आपस में जोड़ना होता है. यदि जन्म 02/01/2020 को हुआ है तो उस व्यक्ति का मूलांक 0+2+0+1+2+0+2+0=7 होगा. भाग्यांक के जरिए व्यक्ति के लकी शहर, भाग्यशाली अंक और कार्यक्षेत्र के बारे में पता लगा सकते हैं. भाग्यांक और मूलांक में अंतर होता है. मूलांक व्यक्ति का स्वभाव और भविष्य बताता है. जबकि भाग्यांक से व्यक्ति के भाग्य और उसके बारे में जान सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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