अयोध्या में स्थापित होगा 600 किलो का ओंकारेश्वर का विशाल शिवलिंग, जानें किस दिन पूरी होगी यात्रा

Written By नितिन शर्मा | Updated: Aug 20, 2023, 10:18 AM IST

अयोध्या श्री राम जन्म मंदिर का भूतल बनाकर तैयार हो चुका है. प्रथम तल पर खंभे खड़े किए जा रहे हैं. अगले तीन दिनों में यहां प्राकृतिक शिवलिंग पहुंच जाएगा. स्वागत कार्यक्रम की तैयारी तेजी से की जा रही हैं. 

डीएनए हिंदी: (Omkareshwar Shivling) यूपी के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण जोर शोर से चल रहा है. भूतल बनकर तैयार हो चुका है. अब प्रथल तल पर काम चल रही है. यहां दीवारों की नक्काशी से लेकर पत्थर लगाने काम किया जा रहा है. इसी में श्रीराम के साथ ही भगवान शिव का मंदिर भी बनाकर तैयार हो गया है. इसमें जल्द ही शिवलिंग स्थापित की जाएगी. यह शिवलिंग प्राकृतिक है, जिसे मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ओंकारेश्वर से लाया जा रहा है. ओंकारेश्वर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है. 

दरअसल ओंकारेश्वर के पास बिल्लोरा खुर्द के नजर निहाल आश्रम में महामंडलेश्वर श्री नर्मदानंद जी के सानिध्य में प्राकृतिक शिवलिंग का पूजन किया गया है. इस शि​वलिंग का आकार 4 फिट लंबा और करीब 600 किलो वजन है. इस शिवलिंग को अयोध्या में श्री राममंदिर के चारों तरफ बन रहे 6 मंदिरों में से एक स्थापित किया जाएगा. शिवलिंग मध्यप्रदेश से श्रीराम जन्मभूमि के लिए रवाना हो चुका है. शिवलिंग को लेकर निकली नर्मदेश्वर शिवलिंग यात्रा में बहुत से लोग शामिल हैं. शिवलिंग यात्रा का रास्ते में लोग भव्य स्वागत कर रहे हैं. लोग फूल अर्पित कर रहे हैं. यात्रा में जगह जगह पर लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो रही है. 

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इस दिन अयोध्या पहुंचेगी यात्रा

बताया जारा है कि 600 किलो के प्राकृतिक शिवलिंग की यात्रा एमपी के उज्जेन से ब्यावरा, शिवपुरी और कानपुर होते हुए अयोध्या पहुंचेगी. इस दौरान करीब 1000 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा. नर्मदेश्वर यात्रा 23 अगस्त को अयोध्या पहुंचेगी. शिवलिंग के आगमन को लेकर भव्य स्वागत किया जाएगा. इसके लिए तैयारियां जोरों पर चल रही है. अयोध्या पहुंचते ही शिवलिंग श्री राम जन्मभूमि न्यास को सौंपा जाएगा. 

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प्रथम तल पर शुरू हुआ निर्माण कार्य

बता दें कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर का भूतल बनाकर तैयार हो चुका है. अब प्रथम तल को बनाने की तैयारी चल रही है. खंभे खड़े कर दिए गए हैं. जनवरी 2024 से पहले ही प्रथम तल की छत तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. यहां जनवरी में ही रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर मंदिर के भूतल स्थित गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी. गर्भ गृह की दीवारों पर सफेद मार्बल लगाया गया है. इसकी नक्काशी की जा रही है.

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