डीएनए हिंदीः अगर आपके जीवन में प्यार का अभाव है या पति-पत्नी के बीच संबंध सही नहीं तो इसके लिए ज्योतिष में एक खास रत्न को पहनने की सलाह दी जाती है. ये रत्न न केवल जीवन में प्यार भरते हैं, बल्कि घर-परिवार के बीच आई दूरियां और मन-मुटाव को भी दूर करते हैं. रत्न शास्त्र (Ratna Shastra) में इस रत्न का नाम ओपल (Opal Stone) बताया गया है.
ओपल एक आकर्षक रत्न है जो भावनात्मक स्थिति को तीव्र करता है और अवरोधों को दूर करता है. यह भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है. ऐसा कहा जाता है कि ओपल पहनने से निष्ठा और विश्वासयोग्यता आती है और दांपत्य जीवन में इसी कमी से क्लेश होते हैं, तो चलिए ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मजूमदार जी से जानते हैं कि ओपल रत्न धारण (Opal Stone) करने से क्या लाभ मिलते हैं और इसे कौन धारण कर सकता है.
ओपल रत्न धारण करने के लाभ
ओपल रत्न बहुत ही लाभकारी होता है इसे धारण करने से पति-पत्नी के रिश्तों में चल रही समस्या दूर होती हैं. कई बार रिश्तों की स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि बात तलाक तक आ जाती है. ऐसे में पति-पत्नी दोनों के ओपल धारण करने से लाभ मिलता है. रिश्तों को मजबूत करने के लिए भी ओपल बहुत ही लाभकारी होता है. यह रत्न सौंदर्य शक्ति में भी वृद्धि करता है. इसे धारण करने से आकर्षण शक्ति बढ़ती है. मानसिक स्थिरता के लिए भी यह लाभकारी होता है. आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भी यह रत्न धारण कर सकते हैं.
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किन्हें धारण करना चाहिए ओपल
रत्न शास्त्र के अनुसार, रत्न हमेशा राशि के मुताबिक ही धारण करने चाहिए. ओपल रत्न वृषभ और तुला राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ होता है. इन लोगों के लिए ओपल रत्न धारण करने से फायदे मिलते हैं. मकर, कुंभ, मिथुन और कन्या राशि वाले भी ओपल धारण कर सकते हैं. अगर आपने माणिक्य, मोती और पुखराज धारण किया है तो आपको ओपल धारण करने से बचना चाहिए. ऐसे में नुकसान हो सकता है.
ओपल धारण करने की विधि
सवा 7 से लेकर सवा 9 रत्ती का ओपल रत्न धारण करना चाहिए. यह रत्न आप सोने और चांदी में जड़वाकर धारण कर सकते हैं. इसे सीधे हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए. इसे धारण करने के लिए शुक्रवार का दिन अच्छा होता है. शुक्रवार को दूध और गंगाजल से रत्न को शुद्ध करके धारण करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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