डीएनए हिंदीः श्राद्ध के समय किसी भी तरह के अच्छे काम को करने से मना किया जाता है तो क्या इस पक्ष में जन्मे बच्चों का भाग्य भी अच्छा नहीं होता है? या इनका आगमन उनके परिवार के लिए भारी होता है? अगर आपके मन में भी ऐसे सवाल हैं तो आपके लिए ये खबर बहुत काम की है.
आपको बता दें कि पितृपक्ष में जन्मे बच्चे न तो अपने परिवार न तो खुद के लिए भारी होते हैं. असल में ये बच्चे बेहद शुभ और परिवार के उत्थान का काम करते हैं. तो चलिए आपको पितृपक्ष में जन्में बच्चों के स्वभाव से लेकर भाग्य के बारे में बताएं.
पितृपक्ष में जन्में बच्चे का भाग्य
ऐसे बच्चे अपने उम्र की तुलना में ज्यादा समझदार होते हैं. कम उम्र में ही इन्हें अपनी जिम्मेदारी का बोध होता है और इनके पास ज्ञान भी अथाह होता है.इस पक्ष ;पितृ पक्षद्ध में जन्में बच्चे काफी आगे बढ़ते हैं
पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे का भविष्य
बच्चे के जन्म लेने का समय कभी नकारात्मक नहीं माना जाता है. पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे को शुभ माना गया है. शास्त्रों में कहा गया है कि इस पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों पर पितरों की विशेष कृपा होती है.
ये बच्चे अपने ही कुल में लेते हैं जन्म
ऐसा माना जाता है कि इस पक्ष में जन्म लिए बच्चे, उनके अपने ही कुल के पूर्वज होते हैं. इस पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म किसी विशेष प्रयोजन के लिए हुआ है. शास्त्रों में कहा जाता है कि इस पक्ष में जन्मे बच्चे बहुत रचनात्मकहोते हैं.
चंद्रमा रहता है कमजोर
हालांकि इस अवधि में जन्मे बच्चों की कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति थोड़ी कमजोर होती है, परन्तु बहुत सारे ज्योतिषीय उपायों से उसे बल प्रदान किया जा सकता है.
परिवार से बेहद जुड़ाव रखते हैं ये बच्चे
पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे का अपने घर परिवार से काफी लगाव होता है. इनकी सोच बहुत व्यापक होती है. ऐसे बच्चे अपने उम्र की तुलना में ज्यादा समझदार होते हैं. पितृपक्ष में जन्में बच्चों को कम उम्र में ही बहुत सारी बातों का ज्ञान हो जाता है. इस कारण कहा जाता है कि इस पक्ष (पितृ पक्ष) में जन्में बच्चे काफी आगे बढ़ते हैं और उनका यश काफी दूर तक फैलता है. शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष पक्ष में किसी बच्चे का जन्म, प्रकृति का एक विशेष सृजन है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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