इस राशि के लोग भूलकर भी न पहनें चांदी के आभूषण, जीवन में अचानक आएगा भयंकर खतरा

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 07, 2024, 07:18 AM IST

चांदी किसके लिए है अशुभ

शुभ-अशुभ प्रभाव को देखते हुए रत्न या धातु से बने आभूषण पहनने की सलाह दी जाती है. इन धातुओं में चांदी को सबसे पवित्र धातु माना जाता है, जो चंद्रमा और शुक्र ग्रह से संबंधित है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक धातु का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हर राशि के लोग कोई भी धातु धारण कर सकें. इसी कारण कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनके शुभ-अशुभ प्रभाव को ध्यान में रखते हुए रत्न या धातु से बने आभूषण पहनने की सलाह दी जाती है. इन धातुओं में चांदी को सबसे पवित्र धातु माना जाता है, जो चंद्रमा और शुक्र ग्रह से संबंधित है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चांदी पहनने से व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है और साथ ही जीवन में आने वाली समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है. हालांकि कुछ राशियों के मामले में फायदे की जगह नुकसान होने की आशंका है.

चांदी धातु किसी भी राशि के लिए अच्छी नहीं होती है

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष, धनु और सिंह जैसी कुछ राशियों को चांदी के आभूषण न पहनने की सलाह दी जाती है. दरअसल, ऐसा माना जाता है कि ये सभी राशियां अग्नि तत्व वाली मानी जाती हैं. चूंकि ये तीन राशियां अग्नि तत्व से संबंधित हैं, इसलिए इन्हें चांदी धातु के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है. चंद्रमा को चांदी का स्वामी ग्रह माना जाता है जो जल तत्व से संबंधित है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये दोनों तत्व एक दूसरे के विपरीत हैं और जब ये दोनों तत्व एक साथ मिल जाते हैं तो फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने लगते हैं.

चांदी के आभूषण पहनने के फायदे

1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी महिला की जन्म कुंडली में शुक्र, बृहस्पति और चंद्रमा तीन ग्रहों की मजबूत स्थिति बहुत महत्वपूर्ण होती है. ऐसे में माना जाता है कि चांदी धातु के आभूषण पहनना महिलाओं के लिए सौभाग्य लेकर आता है.

2. चांदी धातु के आभूषण पहनने से मन और मस्तिष्क का स्वास्थ्य भी मजबूत होता है.

3. शुक्र ग्रह को कला, सौंदर्य और आत्मविश्वास का कारक माना जाता है. इसलिए चांदी के आभूषण पहनने से इनसे जुड़े लाभ मिलते हैं. इसके अलावा चांदी धातु व्यक्ति के शरीर में ऊर्जा का संचार करती है.

4. ज्योतिष में राहु और केतु दोनों को छाया ग्रह माना जाता है. ऐसे में चांदी की बालियां पहनने से राहु-केतु ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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