Planets Effects on Relationship: बाप-बेटे से लेकर पति-पत्नी और बॉस-एम्प्लॉई तक के रिश्ते खराब करने के पीछे होते हैं ये ग्रह जिम्मेदार

Written By ऋतु सिंह | Updated: Mar 28, 2023, 10:56 AM IST

Planets side effects on relation

रिश्तों में खटास के पीछे मतभेद ही नहीं होते, बल्कि कई बार ग्रहों के कारण भी रिश्ते में दरार आ जाती है. इन ग्रहों के दोष दूर कर रिश्ते बचा सकते हैं.

डीएनए हिंदीः ज्योतिष में हर रिश्ते की मजबूती और बिखराव के लिए कुछ खास ग्रह बताए गए हैं. मान्यता है कि बाप-बेट से लेकर पति-पत्नी और बॉस-एम्प्लॉई के बीच मधुर या खटास संबंध के पीछे इन्हीं ग्रहों का खेल होता है. ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार से चलिए जानें कि किस  ग्रह के अशुभ प्रभाव के कारण कौन सा रिश्ता खराब (Planets side effects on relations) हो जाता है.

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1-बॉस या ऑफिस कलीग के साथ रिश्ते का संबंध शनि, राहु और केतु से होता है. अगर कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में है और राहु-केतु का प्रभाव कम है तो ऑफिस में सबसे आपके संबंध मधुर होंगे लेकिन राहु-केतु उच्च स्थान पर हैं और इनका प्रभाव ज्यादा है तो इससे प्रोफेशनल रिश्ते खराब होंगे और ऑफिस में आप हमेशा तनाव में रहेंगे.

2-वैवाहिक सुख और प्यार का संबंध शुक्र ग्रह से जुड़ा होता है. कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति अगर कमजोर या नीच है तो पति-पत्नी के बीच संबंध बहुत खराब होंगे और झगड़े-तनाव का माहौल रहेगा. प्यार में ब्रेकअप या शादी टूटने का कारण भी इसी ग्रह की कमजोरी से होता है, लेकिन शुक्र मजबूत हो तो पार्टनर के साथ वैवाहिक जीवन के सभी सुख मिलते हैं.

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3- बच्चों और मां का का संबंध चंद्र ग्रह से जुड़ा होता है. मां और चंद्रमा में कई समानताएं होती हैं. जैसे कि शांत, सरल और कोमल स्वभाव है. चंद्रमा की स्थिति कुण्डली में मजबूत हो तो मां के साथ रिश्ता मजबूत बना रहता है लेकिन चंद्रमा कुंडली में नीच या कमजोर हो तो मां के साथ रिश्ते आजीवन होते हैं.

4-सूर्य ग्रह का संबंध पिता से होता है. कुंडली में सूर्य की स्थिति अगर मजबूत हो तो पिता-पुत्र या पिता-पुत्री का रिश्ता बेहद मधुर होता है और अगर कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर हो तो पिता के साथ बच्चों के रिश्ते बिगड़ जाते हैं. 

5-मंगल ग्रह का संबंध भाई-बहन के रिश्ते से होता है. अगर मंगल उच्च स्थान पर हो तो भाई-बहन के साथ रिश्ते हमेशा खुश-खुशहाल रहते हैं और वहीं, अगर मंगल भारी हो तो शादी में अड़चन आने के साथ-साथ भाई बहन से भी नाता टूट जाता है या रिश्ते में दरार आ जाती है.

6-दादा-दादी के साथ संबंध गुरु ग्रह से प्रभावित होता है. गुरु उच्च हो तो पिता के घरवालों से आपका संबंध खुशनुमा होगा लेकिन गुरु कुंडली में नीच हो तो दादी-दाजी के साथ संबंध बिगड़ने लगते हैं.  

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7- ननिहाल पक्ष में रिश्ते को मजबूत बनाने का काम बुध ग्रह करते हैं. बुध का कुंडली में उच्च स्थान पर होना ननिहाल में आपके ठाट-बाट और वर्चस्व को दर्शाता है वहीं, अगर कुंडली में बुध (बुध को मजबूत करने के लिए मंत्र) की स्थित खराब है तो यह निश्चित तौर पर ननिहाल पक्ष में आपके औदे को और आपकी छवि को खराब करता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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