Magh Mela 2023: कल से शुरू हो रहा माघी स्नान, जनवरी में होंगे 4 प्रमुख नहान, यहां जानें स्नान पर्व की पूरी डिटेल

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 05, 2023, 08:14 AM IST

माघ मेला स्नान 2023

Magh Mela Snan: माघ मेले में प्रयागराज के संगमतट पर सभी भक्त आस्था के साथ स्नान करते हैं. माघ मेले के दौरान कई दिनों स्नान प्रमुख होते हैं.

डीएनए हिंदी: इस साल प्रयागराज में लगने वाला माघ मेला 6 जनवरी 2023 (Magh Mela 2023) को शुरू होने वाला है. हिंदू धर्म के लोगों के लिए इस माघ मेले (Magh Mela 2023) का विशेष महत्व है. यह माघ मेला करीब डेढ़ महीने तक चलता है. माघ मेला 6 जनवरी को शुरू होगा और करीब डेढ़ महीने महाशिवरात्रि (Mahashivratri) तक चलेगा. माघ मेले में प्रयागराज के संगमतट पर सभी भक्त आस्था के साथ स्नान करते हैं. माघ मेले के दौरान कई दिनों स्नान (Magh Mela Snan) प्रमुख होते हैं. तो चलिए माघ मेले (Magh Mela 2023) के इस साल के प्रमुख स्नान की तारीख और महत्व के बारे में बताते हैं. 

माघ मेला प्रमुख स्नान (Magh Mela Pramukh Snan)

माघ मेले के दौरान 6 प्रमुख स्नान होंगे. इन सभी स्नान का विशेष महत्व है. अगर आप माघ मेले में इन खास दिनों पर प्रमुख स्नान (Magh Mela Pramukh Snan) को करते हैं तो इससे आपको बहुत लाभ होगा और आपके कई दोषों से मुक्ति मिलेगी. माघ मेले के दौरान कल्पवास का भी विशेष महत्व होता है. माघ मेले के दौरान ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है. ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से पहले होता है. ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 5 बजकर 29 मिनट से सुबह 6 बजकर 23 मिनट तक रहता है. 

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पहला स्नान 
माघ मेले का पहला स्नान 6 जनवरी को 2023 को मेले की शुरूआत के साथ ही होगा. पहला स्नान 6 जनवरी 2023 को पौष पूर्णिमा के दिन होगा. पौष पूर्णिमा तिथि की शुरूआत शुक्रवार प्रात: 2 बजकर 14 मिनट से होगी और 7 जनवरी को सुबह 4 बजकर 37 मिनट कर रहेगी.  

दूसरा स्नान
माघ मेले का दूसरा स्नान मकर संक्रांति पर 15 जनवरी 2023 के दिन होगा. इस दिन तीर्थ स्नान करने और सूर्य देव की पूजा करना फलदायी होता है. इससे जीवन में खुशहाली आती है. इस तीर्थ स्थल का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि पौराणिक कथा के अनुसार यह मान्यता है कि समुद्र के दौरान अमृत कलश से कुछ बूंदे प्रयागराज और हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में गिरी थी. 

तीसरा स्नान 
माघ मेले का तीसरा स्नान मौनी अमावस्या के दिन 21 जनवरी को किया जाएगा. मौनी अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहा जाता है इस दिन तीर्थ स्नान करने के बाद दान करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में खुशहाली आती है. अमावस्या तिथि 21 जनवरी 2023 को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से शुरू होगी और 22 जनवरी सुबह 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी. 

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चौथा स्नान
वसंत पंचमी के दिन 26 जनवरी को माघ मेले का चौथा स्नान किया जाएगा. वसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने की शुक्ल पक्ष तिथि को मनाया जाता है. इस दिन तीर्थ स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है. वसंत पंचमी तिथि की शुरूआत 25 जनवरी 2023 की दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से होगी और अगले दिन सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. 

पांचवा स्नान
5 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन माघ मेले का पांचवा स्नान होगा. माघ पूर्णिमा तिथि की शुरूआत 4 फरवरी को रात 9 बजकर 29 मिनट से हो जाएगी. इसका समापन 5 फरवरी को रात 11 बजकर 58 मिनट पर होगा. मान्यताओं के अनुसार, सूर्योदय की तिथि को ही माना जाता है इसलिए माघ पूर्णिमा का स्नान 5 फरवरी को होगा. माघ पूर्णिमा का स्नान करने से सूर्य और चंद्रमा संबंधित दौष दूर होते हैं. 

छठा स्नान
माघ मेले का छठा तीर्थ स्नान 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्री के दिन किया जाएगा. महाशिवरात्री पर गंगा स्नान का बेहद महत्व होता है. माघ मेले के दौरान महाशिवरात्री का स्नान करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा बनी रहती है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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