Puja Tips : पूजनीय शंख को बजाना होता है वर्जित, जानें कारण और पूजा के नियम

ऋतु सिंह | Updated:Jul 31, 2022, 01:14 PM IST

जानिए शंख की पूजा के नियम और महत्‍व 

Rules-Regulation of keeping Shankh: हिंदू धर्म में शंख को पूजनीय और बेहद पवित्र माना गया है. किसी भी पूजा पाठ में शंख का बजाना अनिवार्य होता है लेकिन आपको पता है कि शंख बजाने, रखने के भी बेहद सख्‍त नियम हैं?

डीएनए हिंदी: शंख का देवी लक्ष्‍मी से बेहद निकटतम संबंध है. यही कारण है कि शंख को घर में रखना उसे बजाना और उसकी पूजा करना देवी लक्ष्‍मी को भी प्रसन्‍न करता है. हालांकि बहुत से लोगों को ये पता नहीं होता है कि जिस शंख की पूजा की जाती है उसे बजाना नहीं चाहिए.

मान्‍यता है कि अगर घर में शंख को रखा जाता है तो इससे नकारात्मकता दूर होती और सौभाग्‍य के साथ बरकत आती हैं लेकिन अगर जिस शंख की पूजा की गई उसे बजाया जाए तो इसके विपरीत प्रभाव प्राप्‍त होते हैं. तो चलिए जानें शंख से जुड़ी महत्‍वपूर्ण बातें. 

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शंख की उत्‍पत्ति और महत्व
समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में से एक शंख भी है. ये देवी लक्ष्‍मी के भाई के रूप में माने गए हैं. इतना ही नहीं, भगवान विष्णु इसे अपने हाथ में शंख को धारण किया है. इसलिए यह मान्यता है कि जिस घर हो वहां देवी लक्ष्‍मी और भगवान विष्‍णु का वास होता है. 

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जानें शंख से जुड़े ये नियम

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है. ) 


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