डीएनए हिंदी: भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की लीलाएं सभी जानते हैं. हिंदू धर्म में राधा-कृष्ण (Radha Krishna) के प्रेम को अमर प्रेम का उदाहरण माना जाता है. हालांकि ये बात भी सभी लोग जानते हैं कि राधा-कृष्ण (Radha Krishna) की प्रेम कहानी अधूरी रह गई थी. भले ही राधा कृष्ण की प्रेम कहानी (Radha Krishna Prem Kahani) अधूरी रह गई हो लेकिन आज भी राधा-कृष्ण (Radha Krishna) को एक साथ पूजा जाता है. कलयुग में राधा कृष्ण को ही प्रेम का सबसे बेहतर उदाहरण मानते हैं. राधा-कृष्ण की शादी (Radha Krishna Marriage) नहीं हुई थी इसकी वजह के बारे में गर्ग संहिता और पुराणों में बताया गया है. आज हम आपको बताएगे कि आखिर राधा-कृष्ण की शादी (Radha Krishna Marriage) क्यों नहीं हुई थी.
यह भी पढ़ें - नए साल में केतु का होगा बुरा प्रभाव, शुरू कर दें आज से ही ये उपाय
इस वजह से नहीं हुई राधा-कृष्ण की शादी
- हिंदू धार्मिक पुराणों के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण जब वृंदावन छोड़कर जा रहे थे तब उन्होंने राधा से शादी का वादा किया था. श्रीकृष्ण ने राधा से यह वादा किया था कि वह लौटकर राधा से विवाह करेंगे लेकिन श्रीकृष्ण की मुलाकात रक्मणी से हो गई थी.
- रक्मणी भगवान कृष्ण को मन ही मन अपना पति मानती थी इसलिए श्रीकृष्ण ने रक्मणी से शादी कर ली थी. जब रक्मणी का विवाह किसी और से हो रहा था तब भगवान कृष्ण ने स्वंय जाकर रक्मणी से विवाह किया था.
- राधा और कृष्ण को बालपन में ही प्रेम का आभास हो गया था. राधा जी भगवान कृष्ण से 11 महीने बड़ी थी. दोनों के बीच का प्रेम आध्यात्मिक था. यह भी एक वजह थी कि दोनों शादी के बंधन में नहीं बंधे थे.
- ब्रह्मावैवर्त पुराण के अनुसार, राधा रानी की शादी यशोदा मां के भाई रायान गोपा से हुई थी. राधा की शादी भगवान कृष्ण के मामा से हुई थी और वह कृष्ण भगवान की मामी लगने लगी थी. यह भी कारण था कि राधा कृष्ण की शादी नहीं हुई थी.
- यह भी माना जाता है कि राधा ने घर छोड़ते समय अपनी परछाई वहां पर छोड़ दी थी. यशोदा के भाई रायान गोपा की शादी राधा की इसी परछाई से हुई थी.
यह भी पढ़ें - नए साल में बैंड-बाजा-बरात के लिए मिलेंगे 59 शुभ मुहूर्त लेकिन 5 महीने नहीं मिलेगा शादी का मौका
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.