कुंडली में राहु के प्रबल होने से कष्टों से भर जाता है जीवन, राहु दोष से मुक्ति के लिए अपनाएं ये उपाय

Written By नितिन शर्मा | Updated: Jul 27, 2023, 08:27 AM IST

जीवन में कर्मों के साथ ही ग्रह और कुंडली भी आपका भाग्यफल तय करती है. शास्त्रों के अनुसार, कई बार ग्रह दोष आपके जीवन में सुख और दुख का कारण बनते हैं. इनमें राहु दोष भी ऐसा ही है एक ग्रह है. इसके दोष को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. 

डीएनए हिंदी: (Rahu Dosh Upay) ज्योतिष शास्त्र में राहु को बहुत ही कष्टदायक ग्रह माना गया है. इस ग्रह के कुंडली में प्रबल होने पर व्यक्ति के जीवन में कष्ट शुरू हो जाते हैं. इसकी वजह कुंडली में राहु और केतु के साथ होने पर दोष होता है. इसे जीवन बर्बाद हो जाता है. व्यक्ति के हर काम में बाधा आती है. घर में कलेश और स्वास्थ्य ​बिगड़ने से मन और तन दोनों ही खराब रहते हैं. यही वजह है कि लोग राहु के प्रभाव में घबरा जाते हैं. इसके लिए उपाय तलाशते हैं. हालांकि राहु सिर्फ बुरा ही नहीं करता. इसके कुंडली में होने पर कई बार अच्छे परिणाम भी पड़ते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों पर इसका प्रभाव कष्टदायक होता है. ऐसी स्थिति में राहु के कष्टों से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. 

ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार बताती हैं कि कुंडली में ग्रह अपनी जगह बदलते रहते हैं. इसका प्रभाव राशिानुसार कुंडली और व्यक्ति पर पड़ता है. ऐसे में राहु और केतु की महादशा बहुत ही कष्टदायक होती है. इसकी निवारण किया जा सकता है. इसे राहु शांत हो जाता है और जीवन में चल रही समस्याएं धीरे धीरे खत्म हो जाती है. इसके लिए कुछ बेहद प्रभावशाली हो सकते हैं.

राहु शांति के उपाय 

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देवी देवताओं की करें आराधना

कुंडली में राहुदोष के प्रभावों से बचने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं. इसके लिए मां भगवती की पूजा करें. ऐसा करने से राहु के दोष दूर हो जाएंगे. दुर्गा सप्तशती में मां दुर्गा को छायारूपेण संस्थिता कहा जाता है. ऐसे में राहु भी छाया ग्रह ही हैं. इसके लिए मां दुर्गा की नियमित विधि​ विधान और सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से राहु ग्रह के अशुभ प्रभाव शांत हो जाते हैं.  

घर में लगाएं ये तस्वीर 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में राहुदोष का प्रभाव है तो इसे कम करने के लिए घर के मंदिर में शेषनाग के ऊपर नाचते हुए श्रीकृष्ण की तस्वीर लगा लें. साथ ही नियमित रूप से 'ओम् नमो भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र की प्रतिदिन कम से कम एक माला यानी 108 बार जप करें. भगवान नियमित रूप से पूजा करें. ऐसा करने से राहु केतु का प्रभाव कम होता है. दोनों ग्रह शांत हो जाते हैं. इसे कामों में सफलता और तरक्की मिलती है. 

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किसी गरीब कन्या कराएं विवाह

कुंडली में राहु का ज्यादा प्रभाव होने पर शुभ कार्य करें. धर्म और कर्तव्य के मार्ग पर चलें. गरीब कन्याओं का विवाह कराएं. इसमें कुछ सहयोग भी कर सकते हैं. इसे राहु शांत होता है. इसका अशुभ प्रभाव कम हो जाता है. 

कन्याओं को खिलाएं दही और हलवा

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में राहु का प्रभाव होने पर माता रानी को दही और हलवे का भोग लगाएं. साथ ही कम से कम 7 कन्याओं को दही और हलवा खिलाएं. इसे जीवन में चल रही परेशानियों का अंत होता है. राहु शांत होने से समस्याएं खत्म होने लगती हैं. 

इस रत्न को धारण करें

रत्न शास्त्र के अनुसार, राहु दोष से शां​ति के लिए स्टोन भी धारण कर सकते हैं. इसके लिए गोमेद रत्न धारण कर सकते हैं. ऐसे में राहु की शांति के लिए शनिवार के दिन किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह लेकर इस रत्न को धारण कर सकते हैं. यह उपाय राहु दोष दूर कर सकता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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