डीएनए हिंदी: वैदिक ज्योतिष में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है और कुंडली में अगर इनकी स्थिति सही ना हो तो जीवन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, कोई न कोई समस्या (Astro Tips) हमेशा बनी रहती है. इतना ही नहीं, राहु-केतु के बुरे प्रभाव के कारण व्यक्ति ऐसे निर्णय लेने लगता है, जो इंसान का जीवन तबाह कर देता है और इसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है. ऐसे में असफलताओं का दौर शुरू हो जाता है और व्यक्ति मानसिक तनाव से घिर जाता है. ऐसे में राहु-केतु (Rahu Ketu Upay) के बुरे प्रभाव से बचने के लिए आप ज्योतिष शास्त्र में बताए गए इन उपायों को अपना सकते हैं. इन उपायों से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को कम किया जा (Rahu Ketu Dosh) सकता है और इससे शुभ फल की भी प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं इन असान उपायों के बारे में..
राहु-केतु दोष उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-केतु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए गुरुवार के दिन कन्याओं को हलवा-पूरी खिलाना चाहिए. इससे दोष से मुक्ति मिलती है. कन्याओं को भोजन कराने के बाद उनका आशीर्वाद लें, ऐसा करने से राहु-केतु का अशुभ प्रभाव दूर हो जाएगा.
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- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान शिव की पूजा से भी राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है. ऐसे में सोमवार के दिन भगवान शिव को काले तिल, बेलपत्र और गंगाजल चढ़ाएं. साथ ही भगवान शिव के सामने बैठकर "ओम नमः शिवाय" मंत्र का जाप करना भी लाभकारी होता है.
- इसके अलावा राहु-केतु के प्रभाव को कम करने के लिए नीले और गुलाबी रंग के कपड़े पहनें और कुत्ते को रोजाना रोटी खिलाएं. इससे भी राहु-केतु के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है.
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- साथ ही राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए घर में शेषनाग पर नृत्य करते हुए श्रीकृष्ण की तस्वीर लगाएं और रोजाना पूजा करें. इसके अलावा पूजा के दौरान “ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः” मंत्र का कम से कम 21 बार जाप करें.
इसके अलावा शनिवार के दिन ज्योतिषी की सलाह मानकर आप गोमेद राहु रत्न धारण कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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