Raksha Bandhan 2023: कब है रक्षाबंधन? यहां दूर करें राखी की तारीख को लेकर कनफ्यूजन

Written By Aman Maheshwari | Updated: Jul 16, 2023, 12:26 PM IST

Raksha Bandhan 2023 Date

Raksha Bandhan 2023 Date: रक्षाबंधन का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. अब रक्षाबंधन का पर्व आने वाला है.

डीएनए हिंदीः रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2023) भाई और बहन के रिश्ते को स्नेह की डोर से बांधने वाला त्योहार है. रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2023) पर बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र (Raksha Bandhan) बांधकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है और भाई बहन को रक्षा का वचन देता है. रक्षाबंधन का पर्व (Raksha Bandhan 2023) हिंदू पंचांग के अनुसार सावन महीने (Sawan 2023) की पूर्णिमा को मनाया जाता है. अब रक्षाबंधन का पर्व (Raksha Bandhan 2023) आने वाला है. इस बार रक्षाबंधन के दिन यानी सावन पूर्णिमा पर भद्रा का साया होगा ऐसे में रक्षाबंधन की तारीख (Raksha Bandhan 2023 Date) और मुहूर्त को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. तो चलिए रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2023) की तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं.

रक्षाबंधन 2023 डेट (Raksha Bandhan 2023 Date)
रक्षाबंधन सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस बार सावन पूर्णिमा की शुरुआत 30 अगस्त 2023, बुधवार को सुबह 10ः13 पर हो रही है. जिसका समापन अगले दिन 31 अगस्त 2023, गुरुवार क सुबह 07ः46 पर होगा. 30 अगस्त को सुबह से तिथि के साथ ही भद्रा काल की शुरुआत हो रही है. भद्रा में राखी बांधना मना है. ऐसे में 30 अगस्त को शाम को 08ः47 पर भद्रा समाप्त होने के बाद राखी बांध सकते हैं. इसके साथ ही अगले दिन 31 अगस्त को राखी बांधने का मुहूर्त सुबह 07ः46 तक रहेगा.

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भद्रा काल में न बाधें राखी (Bhadra Kaal Mein Na Bandhe Rakhi)
रक्षाबंधन पर भद्रा का साया है. ऐसे में भद्रा में राखी बांधने पर प्रतिबंध होता है. ऐसी मान्यता है कि भद्रा में राखी बांधने से भाई-बहन के जीवन पर बुरा असर पड़ता है. भद्रा में राखी बांधने से भाई का जीवन संकट में आ जाती है. ऐसा माना जाता है कि रावण को उसकी बहन ने भद्रा काल में राखी बांधी थी. उसी वर्ष रावण का प्रभु श्रीराम के हाथों वध हो गया था.

रक्षाबंधन 2023 पूजन विधि (Raksha Bandhan 2023 Puja Vidhi)
रक्षाबंधन के दिन पूजन से पहले भाई और बहन दोनों व्रत रखते हैं. रक्षाबंधन पूजन के लिए पूजा की थाली में राखी, रोली, दिया, कुमकुन, अक्षत और मिठाई रखें. राखी बांधने से पहले बहन भाई के माथे पर तिलक लगाएं उसके बाद अक्षत लगाएं. भाई के दाएं हाथ पर राखी बाधें. भाई को मिठाई खिलाकर मुंह मिठा कराए और भाई बहन का पैर छूकर आशीर्वाद ले. राखी पर भाई अपनी बहन को उपहार भी दें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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