Ram Mandir Garbh Grih : रामलला के गर्भगृह का निर्माण शुरू, जानिए क्यों है यह हिन्दू मंदिरों का सबसे ज़रूरी हिस्सा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 01, 2022, 01:18 PM IST

तेजी से चल रहा है राम मंदिर का निर्माण

Ram Mandir Garbh Grih : गर्भगृह किसी भी मंदिर का पवित्रतम हिस्सा होता है. इसे मंदिर का भ्रूण अथवा विकास केंद्र माना जाता है.

डीएनए हिंदी : अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुए करीब 2 साल बीत चुके हैं. आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गर्भगृह(Ram Mandir Garbh Grih) का पहला पत्थर रखा गया  है. यह ऐतिहासिक पल करीब पांच सौ सालों के बाद आया है, पर क्या आप जानते हैं कि मंदिर में गर्भगृह किसे कहा जाता है? गर्भगृह मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से... 

गर्भगृह मंदिर का सबसे पवित्र भाग होता है 
गर्भगृह किसी भी मंदिर का पवित्रतम हिस्सा होता है. यह हिन्दू और जैन मंदिरों में का वह हिस्सा होता है जहां ईश्वर की मूर्ती विराजमान होती है. जैन धर्म में इस मूर्ती को मूलनायक कहा जाता है. यह शब्द गर्भगृह मूलतः संस्कृत शब्द है. गर्भ से आशय गर्भाशय अथवा यूटरस से है. 


मंदिर के मध्य में स्थित यह जगह थोड़ी छोटी और अपेक्षाकृत अंधेरी होती है. यह मंदिर का सबसे आंतरिक हिस्सा भी होता है. गर्भ गृह(Garbh Grih) को रहस्यमय और पवित्रतम माना जाता है. इसे मंदिर का भ्रूण अथवा विकास केंद्र माना जाता है. धार्मिक दर्शन के अनुसार यह व्यक्ति के जीवन शुरुआत को भी दर्शाता है. यह इस बात का प्रतीक चिह्न भी है कि मनुष्य नए जीवन की ओर अंधेरे में अग्रसारित होता है, अर्थात नव-जीवन का निर्माण गर्भाशय की अंधेरी कोठरी में होता है.  गौरतलब है कि अमूमन हिन्दू मंदिरों में केवल मुख्य पुजारी ही गर्भगृह के अंदर प्रवेश कर सकते हैं. हालांकि बदलते समय के साथ कई जगह परम्पराएं बदल भी रही हैं. 

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पूरब दिशा की ओर होता है गर्भगृह का द्वार 
गर्भगृह(Garbh Grih) मानव जीवन के सबसे बड़े सच को भी बताता है. यह कहता है कि शरीर केवल बाहरी आवरण है, जब शरीर छूटता है तब जो हासिल होता है वही सबसे बड़ा सच है. यह गर्भगृह हिन्दू मंदिरों में अमूमन पूरब दिशा में खुलता है ताकि सूरज की किरणें यहां प्रवेश पा सकें. गर्भगृह की दीवारें सादा होती हैं और इसका पूर्व की तरफ़ केवल एक द्वार होता है. जब वह द्वार बंद होता है तो पूरा अंधेरा छा जाता है. 

मंदिर के मुख्य देवता विराजते हैं गर्भगृह में 
गर्भगृह में वह देवता या देवी विराजते हैं जिनके नाम मंदिर समर्पित होता है. अन्य देवी-देवताओं की मूर्ती गर्भगृह से बाहर लगी होती है. मंदिर का जीर्णोद्धार करते हुए गर्भगृह बमुश्किल ही पुनर्निर्माण होता है. अपवादों को छोड़कर यह अमूमन अपने मूल रूप में ही रहता है. कभी-कभार गर्भ गृह में कुछ गोपनीय श्लोक या मुद्राएं भी देखने को मिलती हैं. इसका गोल, चौकोर अथवा अंडाकार होता है. 

रामलला गर्भगृह में 
अयोध्या में रामलला का मंदिर 1528 में विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. करीब 5 सदी से लोग रामलला को गर्भगृह में स्थापित करने का इंतजार कर रहे थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पल के गवाह बने. उन्होंने गर्भगृह(Ram Mandir Garbh Grih) का पहला पत्थर रखा. 

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