Mangal Dosh Upay: मांगलिक दोष से चाहिए मुक्ति तो अमलनेर के मंगलग्रह मंदिर में करें अभिषेक, मंगलमय हो जाएगा जीवन

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Feb 22, 2023, 01:11 PM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Mangal Dosh Upay: मांगलिक दोष वाले पुरुष और महिला की शादी भी मांगलिक दोष वाले जातक के साथ ही होनी चाहिए.

डीएनए हिंदी: ज्योतिष शास्त्रों (Jyotish Shastra) के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में कई तरह के दोष होते हैं. जातक की कुंडली में ग्रहों से संबंधित दोष होते हैं जो जातक के जीवन को प्रभावित करते हैं. कुंडली में कई ग्रहों से संबंधित दोष हो सकते हैं. इन्हीं दोषों में से एक मंगल ग्रह दोष (Mangal Grah Dosh) भी होता है. इसे मांगलिक दोष (Manglik Dosh) कहते हैं. जब किसी जातक की कुंडली में मंगल लग्न, चौथे, सांतवें, आंठवें और बारहवें भाव में मौजूद हो तो जातक मांगलिक दोष (Manglik Dosh) होता है. कई विद्वानों और ज्योतिषाचार्य के अनुसार मांगलिक दोष (Manglik Dosh) तीनों लग्न चंद्र लग्न, सूर्य लग्न और शुक्र लग्न से संबंधित होता है. ऐसा माना जाता है कि मांगलिक दोष वाले पुरुष और महिला की शादी भी मांगलिक दोष (Manglik Dosh) वाले जातक के साथ ही होनी चाहिए. ऐसे में मंगल दोष वाले जातकों को शादी में कई समस्याएं होती है आज हम आपको मंगल शांती (Mangal Shanti Upay) के लिए अभिषेक करने के बारे में बताएंगे. 

मंगल शांति के लिए अभिषेक (Mangal Dosh Mukti Upay)
मंगल देवता के लिए महाराष्ट्र के जलगांव के पास स्थित अमलनेर स्थान को प्राचीन और जागृत माना जाता है. मंगलवार के दिन यहां पर मंगल शांति के लिए अभिषेक और महाभिषेक किया जाता है. मांगलकि दोष वाले जातकों के दोष को दूर करने के लिए यहां पर सामूहिक पूजा की जाती है. विवाह में दिक्कतों का सामना करने वाले जातक भी यहां पर पूजा और अभिषेक में हिस्सा लेते हैं. यहां पर मंगलवार के दिन शर्तिया मंगल दोष मुक्ति के उपाय किए जाते हैं. 

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पंचामृत अभिषेक (Panchamrut Abhishek)
मंगल ग्रह की शांति के लिए मंगलदेव की मूर्ति पर पंचामृत अभिषेक किया जाता है. प्रत्येक मंगलवार के दिन यहां पर सुबह 5 बजे से पंचामृत अभिषेक किया जाता है. पंचामृत अभिषेक करने में करीब 2 घंटे तक का समय लगता है. इसे "श्री मंगलाभिषेक" कहते हैं. 

भोमयाम अभिषेक (Bhomyam Abhishek)
मंगलदेव की मूर्ति पर प्रतिदिन अभिषेक किया जाता है. यहां पर मंगलवार के दिन अभिषेक के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है. मंगल दोष की मुक्ति और समस्याओं के समाधान के लिए भोमयाम अभिषेक किया जाता है. मंगलवार के दिन इस खास अभिषेक के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है.

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स्वतंत्र अभिषेक (Swatantra Abhishek)
मंगल दोष से मुक्ति के लिए आप स्वतंत्र अभिषेक और हवन करा सकते हैं. मंगल दोष से शर्तियां मुक्ति के लिए आपको यहां पर एक अभिषेक जरूर कराना चाहिए. मंगल दोष से मुक्ति के बाद आपको मंगलदेव की कृपा से सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होगी.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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