डीएनए हिंदी: हिंदू धर्म में रत्नों और मालाओं का बहुत बड़ा महत्व होता है. कहते हैं रुद्राक्ष की उत्पत्ति ही भगवान शिव के आंसुओं से हुई है. यह शिव की प्रिय चीज में से एक है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है, उसके सभी कष्ट दूर होते है और नकारात्मक ऊर्जा शरीर के पास नहीं आती. इतना ही नही, रुद्राक्ष पहनने से भगवान शिव की कृपा भी बनी रहती है. रुद्राक्ष धारण करते समय कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. अगर इन नियमों का पालन न किया जाए, तो महादेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आइए जानते हैं किन जगहों पर रुद्राक्ष पहनकर नहीं जाना चाहिए.
मौत वाले स्थान पर
रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को ऐसे स्थान पर जानें से बचना चाहिए, जहां पर किसी की मौत हो गई हो. इन जगहों पर अगर जाना जरूरी है तो उस समय रुद्राक्ष को उतार कर जाएं.
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मांस-मदिरा का सेवन करते समय
रुद्राक्ष धारण करने के बाद मांस मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही व्यक्ति को ऐसे स्थान पर भी जानें से बचना चाहिए, जहां नशा किया जा रहा हो. इसके साथ पशुओं के कटान के साथ खाना नहीं चाहिए. इन
बच्चे के जन्म होने पर
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष उस जगह पर बिल्कुल पहनकर न जाएं, जहां किसी का बच्चे का जन्म हुआ होत्र बच्चे के जन्म के सवा महीने तक सौवर मानी जाती है. कहते हैं अगर कोई ऐसे स्थान पर जाता है तो उसका रुद्राक्ष निस्तेज हो जाता है. रुद्राक्ष धारण करते समय इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए.
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बेडरूम व शयन कक्ष
रुद्राक्ष अगर आपने धारण किया है तो सोने से पहले उतार देना चाहिए. क्योंकि सोते समय हमारा शरीर अशुद्ध हो जाता है और रुद्राक्ष के टूटने का भी डर होता है.
इस जगह पर भूलकर भी न पहनें रुद्राक्ष
रुद्राक्ष धारण करने के बाद ऐसी जगह पर बिल्कुल भी न जाएं, जहां कुछ गलत काम होते हो.
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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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