Sakat Chauth 2023: संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए आज रखा जाएगा सकट चौथ, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 10, 2023, 07:17 AM IST

इस दिन है सकट चौथ, जानिए शुभ मुहूर्त

Sakat Chauth 2023: आज यानी 10 जनवरी दिन मंगलवार को सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा. तो चलिए ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार से पूजा विधि के बारे में जान ले

डीएनए हिंदीः  Sakat Chauth 2023 Date,Time And Significance- हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी यानी सकट चौथ मनाया जाता है. व्रती महिलाएं संतान की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना के साथ यह व्रत (Sakat Chauth 2023) रखती हैं. यह खास दिन भगवान गणेश (Lord Ganesh) को समर्पित है.

संकष्टी चतुर्थी को सकट चौथ, तिल-कुट चौथ,  वक्र-टुंडी चतुर्थी और माघी चौथ के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने और सकट चौथ का व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और विघ्नहर्ता श्री गणपति जी के आशीर्वाद से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. चलिए जानते हैं कब है सकट चौथ क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.

सकट चौथ तिथि व शुभ मुहूर्त (Sakat Chauth 2023 Date, Time or Shubh Muhurat) 

इस बार सकट चौथ 10 जनवरी 2023 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. इस दिन चतुर्थी तिथि दोपहर 12 बजकर 9 मिनट से शुरू होगा, जो कि अगले दिन यानी 11 जनवरी दिन बुधवार को दोपहर 2 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगा. सकट चौथ के दिन चंद्रोदय का समय रात 08 बजकर 41 मिनट पर है.

यह भी पढ़ें - Lohri 2023: इस दिन होगी लोहड़ी, जान लें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और दुल्ला-भट्टी की कहानी

सकट चौथ पूजा विधि (Sakat Chauth 2023 Puja Vidhi)

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और फिर भगवान गणेश की प्रतिमा को पूजा की चौकी पर स्थापित करें.  गणेश जी के साथ मां लक्ष्मी की मूर्ति जरूर रखें. इसके बाद रोली और अक्षत लगाकर पुष्प, दूर्वा, मोदक आदि अर्पित करें. सकट चौथ में तिल का विशेष महत्व होता है. इसलिए इस दिन भगवान गणेश को तिल के लड्डू का भोग लगाएं. 

इस मंत्र का करें जाप (Sakat Chauth 2023 Mantra)

सकट चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करते समय ॐ गं गणपतये नमः, ऊँ सर्वसिद्धप्रदाय नम: या ऊँ एकदन्ताय नम: मंत्र का जाप जरूर करें. इससे आपके सभी संकट दूर होंगे. इसके बाद अंत में सकट चौथ व्रत की कथा सुनें और आरती करें. इस दिन रात को चंद्रमा को अर्घ्य देकर सकट चौथ व्रत का पारण करें. 

यह भी पढ़ें - Ketu Bad Effects: नए साल में केतु का होगा बुरा प्रभाव, शुरू कर दें आज से ही ये उपाय

सकट चौथ का महत्व (Sakat Chauth 2023 Mahatva)

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सकट चौथ का व्रत रखने से गौरी पुत्र श्री गणेश प्रसन्न होते हैं और सभी तरह के संकट से रक्षा करते हैं. शास्त्रों में माघ माह की चतुर्थी तिथि का सबसे अधिक महत्व बताया गया है, क्योंकि इस दिन भगवान गणेश ने शिव जी और माता पार्वती की परिक्रमा की थी. इसलिए इस दिन जो लोग विघ्नहर्ता श्री गणेश की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Sakat Chauth Vrat 2023 Sakat Chauth 2023 Puja vidhi Sakat Chauth Shubh Muhurat Sakat Chauth Significance Lord Ganesha