डीएनए हिंदी: हमारे जीवन में ग्रह बहुत ही महत्व रखते हैं. ग्रहों का चक्र शुभ और अशुभ दोनों होता है. इनका सीधा प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता है. शास्त्रों की मानें तो ग्रहों की अच्छी दशा आपको उन्नति की तरफ ले जाती हैं. वहीं ग्रहों के खराब दशा आपके हर काम में बाधा उत्पन्न करती है. अगर आप भी राहु से लेकर शनि तक किसी भी नवग्रहों के दोष से प्रभावित हैं तो सावन के माह में भगवान भोलेनाथ इसे छुटकारा दिला सकते हैं. भगवान शिव की पूजा आराधना और कुछ उपाय कर ग्रहों को शांत किया जा सकता है. इसके लिए भगवान शिव की उपासना करें. साथ ही अलग अलग ग्रहों की शांति के लिए उपाय करें. इसे आपके काम बनने लगेंगे. महादेव के प्रसन्न होते ही जीवन में आ रही बाधाओं पर अंकुश लग जाएगा. वहीं ग्रहों का दोष खत्म हो जाएगा. आइए जानते हैं सावन में भगवान शिव की पूजा और कुछ अचूक उपाय, जो आपको राहत दे सकते हैं.
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सूर्य और चंद्र दशा के लिए
सूर्य और चंद्र दोनों ही ग्रहों का जीवन पर अच्छा और खराब दोनों ही तरह का प्रभाव पड़ता है. राशि में सूर्य के अच्छी जगह विराजमान होने पर आपका भाग्य चमक उठता है. वहीं खराब स्थिति में होने पर हाथ में मिली उन्नति भी फिसल जाती है. ऐसा ही चंद्र के खराब स्थिति में होने पर दिमाग और मन अशांत रहता है. ऐसे में सूर्य ग्रह की शांति के लिए सावन के महीने में जल में गुड़ मिलाकर भगवान शिव को अर्पित करें. साथ ही गुड़हल के फूल अर्पित कर "ॐ आदित्याय नमः" का जप करें. वहीं चंद्रमा के लिए शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित और सफेद फूल अर्पित करें. साथ ही "ॐ सोम सोमाय नमः" का जप करें. इसे दोनों ग्रह शांत हो जाएंगे. आपकी सफलता में आ रही बाधाएं दूर हो जाएंगी.
मंगल और बुध दशा के लिए करें ये उपाय
अगर आप मंगल या बुध की दशा से परेशान हैं तो सावन के ये उपाय आपके काम आ सकते हैं. मंगलवार को शिवलिंग पर जल के साथ ही शहद और लाल रंग के पुष्प अर्पित करें. भगवान की कपूर से आरती कर "ॐ अं अंगारकाय नमः" का जप करें. वहीं बुध ग्रह के लिए शिवलिंग पर बेल पत्र के साथ सुगंधित जलधारा अर्पित करें. साथ में "ॐ बुं बुधाय नमः" का जप करें. इसे आपके मंगल और बुध दोनों ही ग्रह शांत हो जाएंगे. जीवन में इनकी वजह से आ रही समस्याएं दूर हो जाएगी.
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बृहस्पति और शुक्र दशा
बृहस्पति यानी गुरु की दशा को शांत करने के एि शिवलिंग पर जल और पिला चंदन अर्पित करें. साथ ही "ॐ बृं बृहस्पतये नमः" का जाप करें. साथ ही पीली मिठाई का भोग भी लगाएं. वहीं शुक्र के शुक्रवार के दिन शिवलिंग पर दूध और जलाभिषेक करें. इसके साथ सुगंधित फूल अर्पित कर "ॐ शुं शुक्राय नमः" का जप करें. इसे ग्रह शांत होते हैं. शुभ फल देते हैं.
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राहु-केतु और शनि दशा
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, राहु केतु और शनि तीनों ही ग्रह की अच्छी दृष्टि रातों रात राजा बना देती है. वहीं खराब दशा मिनटों में कंगाल कर देती है. राहु, केतु या शनि का उल्टा प्रभाव जीवन को दुखों से भर देता है. राहु की शांति के लिए बुधवार के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के साथ महादेव पर भांग और धतूरा अर्पित कर "ॐ रां राहवे नमः" का जाप करें. केतु के लिए भी बुधवार को ही यही उपाय कर "ॐ कें केतवे नमः" का जप करें. साथ ही मंदिन में भगवान भोलेनाथ का ध्वज अर्पित करें. वहीं शनि को शांत करने के लिए शनिवार के दिन शिवलिंग पर गन्ने का रस अर्पित करें. नीले रंग के फूल चढ़ाकर "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का जप करें और मंदिर में घी का दीपक जलाएं. ऐसा करने से जीवन में हर काम बनता चला जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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