डीएनए हिंदीः हिंदू धर्म में सावन महीने (Sawan 2023) को बहुत ही पवित्र माना जाता है. 4 जुलाई 2023 से सावन की शुरुआत हो रही है. सावन (Sawan 2023) में भगवान शिव की पूजा-अर्चना (Bhagwan Shiv Puja) की जाती है. यह महीना शिव भक्तों के लिए बहुत ही खास होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन में कई कार्यों को करने की मनाही (Sawan Month Rules) है. शास्त्रों में इन्हें वर्जित बताया गया है.
इन सभी कार्यों की मनाही (Sawan Month Rules) के पीछे सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण (Scientific Reason Behind Sawan Month Rules) भी हैं. इन्हें जानने के बाद आप भी धार्मिक तौर पर नहीं तो वैज्ञानिक लाभ के लिए इन नियमों का पालन करेंगे. तो चलिए आपको सावन में न किए जाने वाले कार्यों और इनके वैज्ञानिक कारण (Scientific Reason Behind Sawan Month Rules) के बारे में बताते हैं.
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सावन में इन कामों की मनाही के पीछे हैं धार्मिक और वैज्ञानिक कारण (Scientific Reason Behind Sawan Month Rules)
सावन में नहीं खाना चाहिए साग
ऐसी धार्मिक मान्यता है कि सावन में साग नहीं खाना चाहिए क्योंकि शिव जी प्रकृति प्रेमी है ऐसे में साग के पत्ते नहीं खाने चाहिए.
वैज्ञानिक कारण
सावन में साग पित्त बढ़ाने का काम करता है. इसके कारण पाचन से संबंधित समस्या होती है. सावन में बारिश के मौसम में साग में कीट पतंगों भी बढ़ जाते है ऐसे में साग नहीं खाना चाहिए.
सावन में दूध पीने की मनाही
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. शिवलिंग पर भक्त दूध चढ़ाते हैं. ऐसे में कहा जाता है की सावन में दूध शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए.
वैज्ञानिक कारण
सावन में घास-फूस में कीट-पतंगों के बढ़ जाते हैं. भैंस हरा चारा खाती है ऐसे में दूध में भी बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं. सावन में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए.
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सावन में न करें मांसाहारी भोजन
हिंदू धर्म में मांसाहार भोजन करने की सख्त मनाही है. हालांकि कई लोग फिर भी मांसाहारी खाना खाते हैं. सावन को भगवान शिव की पूजा का पवित्र महीना माना जाता है. ऐसे में सावन में मांसाहारी खाना नहीं खाना चाहिए.
वैज्ञानिक कारण
सावन के महीने में बरसात के मौसम में आसमान में बादल छाए रहते हैं. ऐसे में शरीर को सूर्य और चंद्रमा का सही प्रकाश नहीं मिल पाता है जिस वजह से पाचन शक्ति कम हो जाती है. यहीं वजह है कि सावन में मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए.
सावन में नहीं कटवाने चाहिए बाल
सावन महीने में बाल नहीं कटवाने का नियम हैं. बाल न कटवाने के पीछे धार्मिक मान्यता है. कहा जाता है कि सावन में वर्जित कार्य को करने से शिव जी नाराज हो जाते हैं.
वैज्ञानिक कारण
पुराने समय में सावन के महीने में आसमान में बादल छाए रहने से प्रकाश की कमी रहती थी. उस समय बाल काटने के लिए सही उपकरण भी नहीं थे. ऐसे में बाल कटवाते समय चोट लगने का डर लगा रहता था. जो बारिश के मौसम में जल्दी से ठीक नहीं होता है. यहीं वजह है कि सावन में बाल नहीं कटवाने चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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