संतान प्राप्ति के लिए सावन के आखिरी प्रदोष व्रत पर ऐसे करें पूजा, जानें महत्व और पूजा विधि

Written By Aman Maheshwari | Updated: Aug 24, 2023, 05:50 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Som Pradosh Vrat 2023: सावन के महीने में प्रदोष व्रत का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. इस साल सावन का आखिरी प्रदोष व्रत 28 अगस्त 2023 को पड़ रहा है.

डीएनए हिंदीः भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए प्रदोष व्रत रखा जाता है. यह व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. संतान प्राप्ति के लिए भी प्रदोष व्रत पर उपाय किए जाते हैं. अगर आपको भी संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है तो इस विधि से पूजा करें. प्रदोष व्रत (Sawan Pradosh Vrat 2023) हिंदू पंचांग की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. सावन के महीने में प्रदोष व्रत का महत्व (Pradosh Vrat Significance)और भी अधिक बढ़ जाता है. इस साल सावन का आखिरी प्रदोष व्रत 28 अगस्त, 2023 को पड़ रहा है. सोमवार के दिन होने से यह सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2023) होगा. आइये सोम प्रदोष व्रत के महत्व, पूजा-विधि और इस दिन बन रहे खास संयोग के बारे में बताते हैं.

सावन प्रदोष व्रत 2023 शुभ मुहूर्त (Sawan Pradosh Vrat Shubh Muhurat)
सावन प्रदोष व्रत की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 28 अगस्त की शाम को 6ः22 पर हो रही है. जिसका समापन अगले दिन दोपहर 2ः47 पर होगा. प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का महत्व होता हैं. ऐसे में 28 तारीख को व्रत रखा जाएगा. पूजा का शुभ मुहूर्त 28 अगस्त की शाम को 6ः48 से रात को 9 बजे तक है.

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सावन प्रदोष व्रत पर अद्भूत संयोग (Sawan Som Pradosh Vrat 2023)
प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा की जाती है. वहीं सावन का पूजा महीना भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए होता है. सावन का आखिरी प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ रहा है. सोमवार का दिन शिव जी को प्रिय होता है. ऐसे में इस व्रत का महत्व बहुत ही अधिक बढ़ गया है. मान्यताओं के अनुसार सोम प्रदोष व्रत पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

सोम प्रदोष व्रत पूजा विधि (Sawan Som Pradosh Vrat Puja Vidhi)
प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प लें. भगवान शिव की पूजा करें. प्रदोष व्रत पर शाम को फिर से स्नान कर मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा करें. शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, फूल और पंचामृत चढ़ाएं. यह उपाय सभी मनोकामना को पूरी करता है. सोम प्रदोष व्रत करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं साथ ही गाय के दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर से पंचगव्य बनाकर अभिषेक करने से संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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