Sawan Shanivar 2024: इस दिन है सावन का आखिरी शनिवार, शनिदेव की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए आजमा लें ये उपाय 

Written By नितिन शर्मा | Updated: Aug 15, 2024, 10:04 AM IST

सावन के आखिरी शनिवार पर ऐसे शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें पूजा अर्चना करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होगी. उनकी क्रूरता से मुक्ति मिलेगी और सभी काम बनते चले जाएंगे. 

Sawan Shaniwar Upay: सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती के लिए समर्पित है. इसलिए यह पूरा महीना भक्तगण भगवान शिव की अराधना में लीन रहते हैं. सावन में सोमवार के साथ ही शनिवार का भी बड़ा महत्व होता है. सावन के शनिवार में भगवान शिव के साथ ही शनि की पूजा और उपाय करने से व्यक्ति के सभी कष्ट नष्ट हो जाते हैं. भगवान आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है. जीवन में आने वाली सभी समस्याएं धीरे धीरे कर खत्म हो जाती हैं. इस बार सावन का आखिरी और चौथा शनिवार 17 अगस्त को पड़ रहा है. इस दिन सिर्फ 4 उपाय करने से आप से शनिदेव की क्रूर दृष्टी दूर हो जाएंगी. जीवन में सुख संपत्ति आएगी. 

सावन का चौथा शनिवार है शुभ

पंचांग के अनुसार, सावन महीने का चौथा शनिवार 17 अगस्त को पड़ रहा है. इस दिन शनि त्रयोदशी होने के साथ ही प्रदोष व्रत भी है. बता दें कि शनिवार के दिन यदि प्रदोष व्रत पड़े तो उसे शनि प्रदोष व्रत कहते हैं. यह दो महत्वपूर्ण व्रत एक ही दिन पड़ने से यह और भी शुभ साबित होता है. शनिवार के दिन आपको पूजा अर्चना करनी चाहिए. इतना ही नहीं कुछ उपाय करने मात्र से शनि की साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति मिल जाती है. 

शनि की क्रूरता से बचाएंगे ये 4 उपाय (Shani Dev Upay)

शनिदेव को अर्पित करें ये चीजें

सावन के आखिरी दिन शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करें. इसके साथ ही भगवान को उड़द की दाल, लोहे की कील और सरसों का तेल अर्पित करें. इनमें शनिदेव का वास होता है. इससे भगवान प्रसन्न होते हैं. शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती का प्रकोप कम होता है. 

इन चीजों का करें दान 

शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करने के साथ ही गरीब, मजदूर और असहायों की पूजा अर्चना करें. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इस दिन सरसों का तेल, उड़द की दाल, काले कपड़े, चप्पल और छाता दान करना बेहद शुभ होता है. 

शनि का बीज मंत्र 

शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए सावन के आखिरी शनिवार को शनि बीज मंत्र का “ॐ शं शनिश्चराय नमः का जाप करें. इसका कम से कम 30 मालाओं का जाप करें. ऐसा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. 

पीपल की पूजा

शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें. पीपल की जल में दीपक जलाने के साथ ही जल अर्पित करे. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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