Shani Dosh: भूलकर भी न करें ये काम शनि की अशुभ छाया से होगा कष्ट, आर्थिक तंगी का करना पड़ेगा सामना

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 08, 2023, 06:51 AM IST

शनि की अशुभ छाया

Shani Dosh: शनि की कुदृष्टि से व्यक्ति को कष्टों का सामना करना पड़ता है और उसे सभी काम बिगड़ जाते हैं.

डीएनए हिंदी: शनि देव (Shani Dev) को क्रूर ग्रह माना जाता है. शनिदेव ही लोगों को उनके कर्मों का फल देते हैं इसलिए शनि (Shani Dev) को न्याय का देवता भी कहा जाता है. शनि की बुरी दृष्टि होने पर व्यक्ति जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाता है. शनि की कुदृष्टि (Shani Dosh Effects) से व्यक्ति को कष्टों का सामना करना पड़ता है और उसे सभी काम बिगड़ जाते हैं. उसे बार-बार कोशिश करने पर भी सफलता नहीं मिलती है. आज हम आपको शनि की अशुभ छाया (Shani Dosh Effects) के कारणों के बारे में बताएंगे जो व्यक्ति की सफलता में बाधा (Shani Dosh) बनते हैं. आपको भूलकर भी इन कामों को नहीं करना चाहिए. इनके प्रभाव से शनि की बुरी नजर हमेशा बनी रहती है.

इन कारणों से करना पड़ता है शनि की अशुभ छाया का सामना (Shani Dosh Effects)
- जो व्यक्ति कुत्ते और बेजुबान जानवरों को सताते हैं उन्हें शनि की कुदृष्टि और प्रकोप का सामना करना पड़ता है. आपको कुत्तों या किसी भी जानवर को नहीं मारना चाहिए. 
- गंदगी फैलाने और गंदगी वाली जगह पर रहने वाले लोगों पर भी शनि की अशुभ छाया बनी रहती हैं. ऐसे में व्यक्ति को पैसों की तंगी और बीमारियों का सामना करना पड़ता है.
- शनि देव कर्मों का भी हिसाब करते हैं. चोरी, छल कपट और दूसरों को परेशान करने वाले लोगों को शनि देव बुरा प्रभाव दिखाते हैं. ऐसे लोगों को शनि देव के दंड का सामान करना पड़ता है.
- शनिवार और किसी भी महीने की अमावस्या को शराब, तामसिक भोजन का सेवन करने वाले लोगों को शनि की अशुभ छाया का प्रभाव झेलना पड़ता है. इन लोगों को जीवन में बहुत सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है.

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- बड़े-बुजुर्गों का अपमान करना और उन्हें अपशब्द बोलना भी बहुत ही गलत होता है. ऐसा करने वाले व्यक्ति को पाप लगता है और शनि देव उसे इन कर्मों का बुरा फल प्रदान करते हैं.
- हिंदू धर्म में पीपल के वृक्ष को पूजनीय माना जाता है. लोग इस वृक्ष की पूजा करते हैं जल चढ़ाते है और दीपक जलाते हैं. पीपल के वृक्ष को काटने और किसी तरह का  नुकसान पहुंचाने से शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ता है.

शनि देव की अशुभ छाया होने से व्यक्ति लापरवाह और कामचोर स्वभाव का हो जाता है. उसके सभी काम बिगड़ जाते हैं. शनि की साढ़े साती और शनि की ढैय्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में शनि के इन अशुभ प्रभाव से बचने के लिए व्यक्ति को इन सभी कामों को करने से बचना चाहिए. शनि की कृपा के लिए शनिवार के दिन शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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