Astro Tips: हथेली के इस उंगली में धारण करें लोहे की अंगूठी, शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती का प्रकोप होगा कम

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 27, 2023, 05:26 PM IST

हथेली के इस उंगली में धारण करें लोहे की अंगूठी, शनि का प्रकोप होगा कम

Rules Of Wearing Iron Ring: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हथेली की इस उंगली में लोहे की अंगूठी धारण करने से शनि के प्रकोप व राहु-केतु का प्रभाव कम होगा. 

डीएनए हिंदी: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लोहे (Iron Ring) की अंगूठी धारण करने से शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती (Shani Sadhe Saati, Dhaiya) के प्रकोप से बचा जा सकता है. साथ ही इस अंगूठी को धारण करने से राहु और केतु (Rahu-Ketu) के दुष्प्रभाव को भी कम किया जा सकता है. इसके अलावा कई लोग नजर दोष (Najar Dosh)और नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए भी उंगली में लोहे की अंगूठी या फिर छल्ला पहनते हैं. लेकिन, लोहे की अंगूठी धारण (Benefits Of Iron Ring) करने से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि, यह हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता है. कुछ लोगों को लोहे की अंगूठी लाभ की बजाय नुकसान पहुंचाने लगता है.  चलिए जानते हैं कि लोहे की अंगूठी किन परिस्थितियों में नहीं धारण करना चाहिए. 

इस तरह पहनें लोहे की अंगूठी (Jyotish Tips for Iron Ring)

पुरुष को लोहे की अंगूठी दाएं हाथ की बीच वाली उंगली में धारण करना चाहिए. क्योंकि, शनि का क्षेत्र हथेली के मध्यमा उंगली के नीचे होता है. वहीं, विशेष परिस्थिति में इसे बाएं हाथ की मध्यमा उंगली में भी धारण किया जा सकता है. लोहे की अंगूठी हमेशा शनिवार की शाम को धारण करना शुभ माना जाता है. साथ ही रोहिणी, पुष्य, अनुराधा, और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्रों में भी लोहे की अंगूठी धारण करना शुभ माना गया है. 

यह भी पढ़ें - कछुए वाली अंगूठी होती है बेहद लाभदायक, पहनना है तो ज़रूर रखें इन चीज़ों का ध्यान

इस स्थिति में होता है अशुभ

अगर कुंडली में शनि देव का प्रभाव है और बुध, शुक्र और सूर्य एक साथ हों तो ऐसे में लोहे की अंगूठी पहनना अशुभ साबित हो सकता है. इस स्थिति में केवल चांदी की छल्ला धारण करना शुभ माना जाता है. वहीं, अगर कुंडली में राहु और बुध ग्रह मजबूत स्थिति में है तो लोहे की अंगूठी पहनना शुभ साबित होगा.

यह भी पढ़ें - राशिनुसार घर में लाएं ये चीजें, अमीर बनने में नहीं आएगी कोई रूकावट

लोहे का कड़ा 

अगर कुंडली के 12वें भाव में बुध और राहु एक साथ या अलग-अलग होकर नीच की स्थिति में हो तो ऐसे में अंगूठी की जगह लोहे का कड़ा पहनना शुभ माना जाता है. कुंडली का 12वां भाव राहु का होता है इसलिए राहु के शुभ परिणाम के लिए लोहे की अंगूठी को धारण किया जा सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Iron Ring Benefits Rules Of Wearing Iron Ring Shani Sadhe Saati Shani Dhaiya shani dev kripa