डीएनए हिंदी: शनि देव (Shani Dev) को न्याय का देवता कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, शनि देव ही व्यक्ति को उसके कर्मों का शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं. ऐसे में जातक की कुंडली में शनि (Shani) का सही स्थिति में होना बहुत ही जरूरी होता है. शनि के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आती हैं और उसे दिक्कत उठानी पड़ती है. जबकि शनि की कृपा (Shani Dev) से व्यक्ति को सभी कार्यों में सफलता मिलती है. यदि आप भी शनि देव (Shani Dev) को प्रसन्न कर अपने जीवन की परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो आपको शनिवार के दिन इन उपायों (Shani Upay) को अपनाना चाहिए.
शनिवार को इन चीजों के दान से क्रोधित शनि होंगे शांत (Shani Upay)
- जातक को शनिवार के दिन सुबह पंचामृत में काले तिल मिलाकर भगवान शिव को अर्पित करने चाहिए. ऐसा करने से जातक को शनि की साढ़ेसाती और कष्टों से मुक्ति मिलती है.
- शनिवार के दिन काले वस्त्र , काला कम्बल, काले रंग के ऊनी वस्त्र दान करने से भी शनि की कृपा प्राप्त होती है. इस उपाय से शनि देव प्रसन्न होकर शुभ फल प्रदान करते हैं.
- शनि ग्रह संबंधित कष्टों को दूर करने के लिए जातक को सरसों के तेल में चेहरा देखकर तेल किसी जरूरतमंद को दान कर देना चाहिए. इस उपाय से भी क्रोधित शनि शांत होते हैं.
- शनिवार को किसी वृद्ध और जरूरतमंद को जूते, चप्पल दान करने चाहिए. शनिवार को काले तिल, सरसों का तेल, काले उड़द और काले रंग की वस्तुएं दान करने से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है.
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इन उपायों से भी होगा लाभ (Shani Shanti Upay)
- जातक की कुंडली में शनि ग्रह भाग्येश या मूल त्रिकोण का स्वामी हो तो जातक को ग्रह की शुभता मिलती है. ऐसे में आप नीलम रत्न धारण कर सकते हैं. हालांकि रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह अवश्य लेनी चाहिए.
- शनि की ढैया से मुक्ति के लिए पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए. जल चढ़ाने के बाद आटे का दीपक और अगरबत्ती जलाएं.
- शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए शनिवार को सात्विक भोजन करना चाहिए. जातक को मांस-मदिरा के सेवन से बचना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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