डीएनए हिंदी: भद्रपद मास की शनिश्चिरी अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन कुश घास से जुड़े धार्मिक कार्य करने होते हैं. हिंदू धर्म में कुश के बिना कोई भी धार्मिक अनुष्ठान नहीं हो सकता है और पूरे साल के लिए आज के ही दिन कुश तोड़कर रखना होता है. वहीं अमावस्या की शाम धन, सेहत और सुख-शांति से जुड़े उपाय भी करने चाहिए.
क्योंकि इस बार साल की अंतिम शनिश्चिरी अमावस्या है इसलिए इस दिन कुछ खास उपाय करने के तुरंत परिणाम दिखेंगे. शनिदेव न्याय के देवता हैं और वह कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. शनि सूर्य पुत्र हैं और यमराज के भ्राता और भद्रा के भाई भी हैं. शनि अमावस्या पर अगर आप कोई एक उपाय भी कर लें तो शनिदेव की कृपा हमेशा बनी रहेंगी. नौकरी संकट से लेकर स्वास्थ्य, धन, दांपत्य जीवन या कलह से मुक्ति के लिए चलिए जानें रात किन उपायों को करना चाहिए.
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बाधाओं से मुक्ति के लिए
सूर्यास्त के बाद किसी ऐसी काली गाय की पूजा करें जिसपर कोई और रंग या चित्ती न हो. वह पूरी तरह से काली हो. शाम के समय गाय को आठ बूंदी के लड्डू खिलाएं और फिर उसकी सात बार परिक्रमा कर लें. उसके बाद गाय की पूंछ अपने सिर पर 8 बार फेरें. ये उपाय आपके जीवन की बाधाओं को हर लेगा और कलह से लेकर धन तक की समस्या को दूर करेगा.
सोया भाग्य जागृत करने के लिए
शाम के समय पानी वाले 11 नारियल, 400-400 ग्राम की काली सफेद तिल, नौ कीले, आठ मुट्ठी जौ, आठ मुट्ठी काले चने और आठ मुट्ठी कोयला ले कर उसे काले कपड़े में बांध दें और किसी नदी के किनारे पूर्व दिशा की ओर मुख करके अपने सिर से पैर तक 7 बार फेर लें. और एक एक करके नदी में प्रवाहित कर दें. फिर उन चीजों को मुड़कर न देखें और सीधे शनि मंदिर आकर शनिदेव का दर्शन करें. ये आपके सोए भाग्य को जगा देगा. नजर भी उतरेगी.
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समृद्धि की प्राप्ति के लिए
शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनि अमावस्या की शाम को नवग्रह मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा-आराधना करें. पूजा-अर्चना करने के बाद शनि चालीसा या दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करें और शनि मंत्रों का भी जप करें. इसके बाद शनिदेव पर काले तिल, तेल और नीले रंग के फूल अर्पित करें. ऐसा करने से जीवन में उन्नति, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी.
किस्मत देने लगेगी साथ
शनि अमावस्या के दिन शाम के समय पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करनी चाहिए. इस दिन सुबह पीपल की जड़ में दूध और जल अर्पित करें. फिर पांच पीपल के पत्तों पर पांच मिठाई रख दें और फिर घी का दीपक जलाकर सात बार परिक्रमा करें. इस दिन का पीपल का पेड़ भी लगाना चाहिए और रविवार का दिन छोड़कर हर रोज जल भी दें. ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं और किस्मत भी साथ देने लग जाती है.
धन प्राप्ति के उपाय
अमावस्या की शाम तुलसी की पूजा करें और दीप जलाकर उनकी 108 बार परिक्रमा करें. इसके बाद शाम के समय ही शिवलिंग पर कच्चे दूध और दही से अभिषेक करें. इससे सारे बिगड़े काम बनने लगते हैं और धन संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं.
मनचाही मुराद पूरी करने के लिए
अमावस्या के दिन सुबह विघ्नहर्ता गणेशजी की पूजा करें और उन्हें सुपारी चढ़ाएं. इसके बाद रात में गणेश प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर मां लक्ष्मी की पूजा करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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