Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा पर बन रहे दो राज योग, जानें इसकी सही डेट और क्यों है ये खास पर्व?

ऋतु सिंह | Updated:Oct 07, 2022, 09:34 AM IST

शरद पूर्णिमा पर बन रहा 2 राज योग, जानें इसकी सही डेट और क्यों है ये खास पर्व?

Sharad Purnima 2022 Date: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को रास पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा कहा जाता है. इस बार 2 राजयोग बन रहे हैं.

डीएनए हिंदीः  सोलह कलाओं से परिपूर्ण चंद्रमा शरद पूर्णिमा पर पृथ्वी के सबसे निकट होता है. इस दिन चंद्रमा की किरणें अमृत की वर्षा करती हैं.  शरद पूर्णिमा का महत्व  अन्य पूर्णिमा से ज्यादा खास माना गया है. इस साल शरद पूर्णिमा 09 अक्टूबर को पड़ रही है. शरद पूर्णिमा तिथि रविवार, 09 अक्टूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन सोमवार, 10 अक्टूबर 2022 को सुबह 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी. 

शास्त्रों के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर का मां लक्ष्मी  मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था और इस दिन वह.अपनी सवारी उल्लू पर सवार होकर धरती पर भ्रमण करती हैं. धन प्राप्ति के लिए भी ये तिथि सबसे उत्तम मानी जाती है.

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कब से कब तक रहेगी पूर्णिमा तिथि? (Sharad Purnima 2022 Date)
पंचां के अनुसार, आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि 8 अक्टूबर, शनिवार की रात 03:41 से शुरू होकर 9 अक्टूबर, रविवार की रात 02:25 तक रहेगी.चूंकि पूर्णिमा तिथि का सूर्योदय 9 अक्टूबर को होगा, इसलिए ये पर्व इसी दिन मनाया जाएगा.इस दिन उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र होने से सुस्थिर और वर्धमान नाम के 2 शुभ योग बन रहे हैं.इसके अलावा ध्रुव योग भी इस दिन रहेगा.

शरद पूर्णिमा तिथि और शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि आरंभ- 9 अक्टूबर सुबह 3 बजकर 41 मिनट से शुरू

पूर्णिमा तिथि समाप्त- 10 अक्टूबर सुबह 2 बजकर 25 मिनट तक

चंद्रोदय का समय- 9 अक्टूबर शाम 5 बजकर 58 मिनट

इसलिए खास है ये तिथि (Sharad Purnima Importance) 
मान्यता है कि शरद पूर्णिमा का चंद्रमा 16 कलाओं से संपूर्ण होकर अपनी किरणों से रात भर अमृत की वर्षा करता है.जो कोई इस रात्रि को खुले आसमान में खीर बनाकर रखता है व सुबह इसे खाता है, उसके लिये खीर अमृत के समान होती है.इसे खाने से कई रोगों में आराम मिलता है.पौराणिक कथाओं के अनुसार शरद पूर्णिमा इसलिए भी महत्व रखती है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचा था.इसलिये इसे रास पूर्णिमा भी कहा जाता है.

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शरद पूर्णिमा पर रहेगा त्रिग्रही योग (Sharad Purnima 2022 Shubh Yog)
शरद पूर्णिमा का पर्व त्रिग्रही योग में मनाया जाएगा. क्योंकि उस समय कन्या राशि में सूर्य, बुध और शुक्र की युति बनेगी. सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य और बुध-शुक्र की युति से लक्ष्मीनारायण योग इस समय रहेगा. ये दोनों ही अति शुभ योग हैं, इन्हें राज योग भी कहा जाता है. इस समय शनि और गुरु अपनी-अपनी राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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