Durga Puja 2024: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा, जानें मंत्र, शुभ मुहूर्त और आरती

Written By नितिन शर्मा | Updated: Oct 03, 2024, 06:42 AM IST

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के साथ ही मां दुर्गा प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाती है. इसमें ​माता के विशेष मंत्र और आरती करने मात्र से तनाव से मुक्ति और मन को शांति मिलती है.

Maa Shailputri Mantra Aarti : शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. इसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना और आरती की जाती है. हर साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होती है. नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री की उपासना का विधान है. इस दिन कलश स्थापना के साथ ही मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं. मान्यता है कि इस दिन और माता की आरती व प्रिय भोग लगाने से कुंडली में उपस्थित चंद्र दोष दूर हो जाता है. तनाव से मुक्ति और मन को शांति मिलती है. आइए जानते हैं माता शैलपुत्री का मंत्र और आरती...

माता शैलपुत्री मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:.

माता शैलपुत्री आरती

शैलपुत्री मां बैल असवार. करें देवता जय जयकार.
शिव शंकर की प्रिय भवानी. तेरी महिमा किसी ने ना जानी
पार्वती तू उमा कहलावे. जो तुझे सिमरे सो सुख पावे.
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू. दया करे धनवान करे तू.

सोमवार को शिव संग प्यारी. आरती तेरी जिसने उतारी.
उसकी सगरी आस पुजा दो. सब दुख तकलीफ मिटा दो.
घी का सुंदर दीप जला के. गोला गरी का भोग लगा के.
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं. प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं.

जय गिरिराज किशोरी अंबे. शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे.
मनोकामना पूर्ण कर दो. भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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