Shardiya Navratri 2024: इस शारदीय नवरात्रि पालकी पर आएंगी मां दुर्गा, जानें मां का अलग अलग वाहन पर आने से क्या पड़ता है प्रभाव

Written By नितिन शर्मा | Updated: Sep 22, 2024, 03:20 PM IST

पितृपक्ष की समाप्ति के अगले ही दिन से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाएगी. इस बार माता रानी पालकी में सवार होकर आएंगी. आइए जानते हैं कि माता की सवारी का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा. 

Shardiya Navratri 2024: मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए साल में 4 बार आने वाले नवरात्रों में से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होने वाली है. इस बार शारदीय नवरात्र 3 अक्टूबर से शुरू होंगे. वैसे तो माता के साल में 4 नवरात्रि आते हैं. इनमें दो प्रत्यक्ष और 2 अप्रत्यक्ष होते हैं. आश्विन माह में पड़ने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है. साथ ही यह प्रत्यक्ष नवरात्रि होते हैं. इनकी शुरुआत वाले दिन मां दुर्गा की मूर्ति को घर स्थापित कर नौ दिनों तक माता के सभी नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है. इन्हें उत्सव के रूप में मनाया जाता है. हर बार माता रानी अलग अलग वाहन पर सवार होकर आती हैं. इसका प्रभाव देश दुनिया से लेकर मानव जीवन पर पड़ता है. इस बार मां दुर्गा पालकी पर सवार होगा आएंगी. आइए जानते हैं माता के अलग अलग वाहन पर सवार होकर आने महत्व, शारदीय नवरात्रि की तारीख और शुभ मुहूर्त... 

इस दिन से शुरू होंगे शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2024 Date)

पंचांग के अनुसार, इस बार नौ दिनों के शारदीय नवरात्रि आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक होती है. तिथि हिसाब से इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार को 03 अक्टूबर से होगी. वहीं समापन 12 अक्टूबर 2024 को होगा. 

पालकी पर आएंगी मां दुर्गा

नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन और विदाई अलग अलग वाहन होती हैं. ज्योतिष में इसका अलग अलग अर्थ बताया गया है. मां दुर्गा के आगमन और विदाई के वाहन को शुभता और अशुभता से जोड़कर देखा जाता है. यह देश दुनिया समेत मानव जीवन पर अच्छे बुरे प्रभाव डालता है. यही वजह है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की सवारी को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. इस बार माता रानी का आगमन पालकी यानी डोली से होगा. माता के वाहन वार के अनुसार तय होता है.

मां दुर्गा की पालकी शुभ या अशुभ

इस बार मां दुर्गा पालकी पर सवार होकर आ रही हैं. यह शुभ होगा या अशुभ. इस पर  ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजूमदार बताती हैं. कि पालकी पर मां का आना अशुभ माना जाता है. इसकी वजह से कोई बीमारी से लेकर अर्थव्यवस्था में गिरावट का प्रभाव पर पड़ सकता है. मंदी हिंसा से लेकर देश दुनिया में महामारी के बढ़ने और अप्राकृति घटना के संकेत मिलते हैं. 

अलग अलग वाहन का क्या है संकेत 

पालकी पर आना शुभ संकेत नहीं होता है. वहीं माता का घोड़े पर आना भी अशुभ माना जाता है. हाथी और नाव पर सवार होकर माता का बेहद शुभ माना जाता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.) .

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