Kalash Sthapna Mantra: कलश स्थापना करते समय करें इस मंत्र का जप, जल में अक्षत समेत इन चीजों को डालने से प्रसन्न होंगी मां दुर्गा

Written By नितिन शर्मा | Updated: Oct 03, 2024, 08:26 AM IST

नवरात्रि में कलश स्थापना का बड़ा महत्व है. इसकी स्थापना के बाद ही नवरात्रि में माता की पूजा अर्चना की शुरुआत होती है. कलश स्थापना करते समय इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए. इससे माता की कृपा प्राप्त होती है.

Kalash Sthapana Mantra:  शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. इसके पहले ही दिन 3 अक्टूबर 2024 को कलश स्थापना की जाएगी. इसी के बाद नौ दिनों तक माता रानी के 9 स्वरूपों की पूजा अर्चना आरती और कथा होगी. साथ ही मां के प्रिय भोग लगाया जाता है, लेकिन इन सबसे पहले अगर कलश स्थापना में छोटी सी भूल या गलती आपके लिए भारी पड़ सकती है. इससे बचने के लिए कलश स्थापना करते समय शुभ मुहूर्त से लेकर इसमें डालने वाली चीज और मंत्र का ध्यान रखें. कलश स्थापना के समय मंत्र का जाप करने से माता रानी की कृपा प्राप्त होती है. आइए जानते हैं कि कलश स्थापना में किन किन चीजों को डालें और इसका मंत्र...

कलश स्थापना करते समय करें इस मंत्र का जाप

नवरात्रि के पहले ही दिन कलश स्थापना की जाती है. इसे घर की सही दिशा में रखने प ही लाभ प्राप्त होता है. इसलिए कलश को उत्तर व उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए. यह बेहद शुभ होता है. इसके साथ ही कलश पर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं और सिंदूर का तिलक लगाएं. कलश में मोली बांधें. इसके बाद इसकी स्थापना करें. कलश स्थापना के समय मंत्र ओम आ जिघ्र कलशं मह्या त्वा विशन्त्विन्दव:. पुनरूर्जा नि वर्तस्व सा नः सहस्रं धुक्ष्वोरुधारा पयस्वती पुनर्मा विशतादयिः मंत्र का जाप जरूर करें. यह अत्यंत शुभ माना गया है. इस मंत्र के जाप से कलश स्थापना होने वाली छोटी मोटी भूल और गलती को माता रानी क्षमा कर कृपा करती हैं. 

कलश में जरूर डालें ये चीजें

कलश स्थापना करने से पूर्व कलश में इन चीजों को डालना बेहद शुभ होता है. इससे घर में सुख समृद्धि का वास होता है. माता रानी की कृपा प्राप्त होती है. इसके लिए गंगाजल से भरा कलश रखें. साथ ही कलश में सुपारी, सिक्के, अक्षत जरूर डालें. इससे माता रानी प्रसन्न होती हैं. भक्त की हर मनोकामना को पूर्ण करती हैं. 

कलश के पानी का क्या करें

नवरात्रि समाप्ति के बाद अक्सर लोग कलश में भरे जल का क्या करें. इसको लेकर असमंजस में रहते हैं. अगर आप भी इसको लेकर असमंजस में हैं तो बता दें कि नवरात्रि समाप्ति के बाद कलश में भरे जल को पूरे घर में छिड़क दें. इसके बाद भी अगर जल बचा है तो इसे किसी पौधे में विर्सजित कर दें. ऐसा करने से घर में खुशहाली आती है. संकट और दोषों से मुक्ति मिलती है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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