Shiv Puran At Home Keeping Rules: हिंदू धर्म में कई ऐसे ग्रंथ और पुराण हैं, जिन्हें पढ़ना और सुनना बेहद शुभ होता है. इनमें भगवान की कथाओं से लेकर जीवन की सिख छिपी है. कई लोग इन ग्रंथों की पूजा करते हैं तो कई लोग इन्हें पढ़ते और सुनाते हैं. इनमें मुख्य रूप से श्रीरामचरितमानस, भगवतद्गीता से लेकर कई पुराण शामिल हैं. यह ज्यादातर घरों में मिल जाते हैं. वहीं कुछ शिव भक्तों के घरों में शिवपुराण भी रखी होती है. अगर आपके भी घर में शिवपुराण रखी है तो आइए जानते हैं घर में शिवपुराण रखनी चाहिए या नहीं और क्या हैं धार्मिक ग्रंथ को घर में रखने के नियम...
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धार्मिक ग्रंथ घर में रखने के नियम
शास्त्रों के अनुसार, हिंदू धर्म 18 ग्रंथ और पुराण हैं. इनमें से कई ग्रंथों को सुनना और पढ़ना दोनों ही शुभ होता है, लेकिन इन्हें घर में रखने के भी कई नियम होते हैं. शास्त्रों की मानें तो घर में जो भी ग्रंथ या पुराण रखें. उसकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करनी चाहिए. उसे नियमित रूप से पढ़ा जाना चाहिए. वहीं अगर आप घर में रखे ग्रंथ और पुराण को नहीं पढ़ते हैं. उसकी पूजा नहीं करते हैं. तो यह अशुभ प्रभाव प्रकट करती है. खासकर शिवपुराण को घर में रखते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए. अन्यथा व्यक्ति को भगवान शिव की नाराजगी का सामना करना पड़ता है.
घर में रख सकते हैं शिवपुराण या नहीं
अगर आप नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा करते हैं और शिवपुराण घर लाना चाहते हैं तो उसके नियम हैं. शिवपुराण को अगर घर में लाएं तो नियमित उसकी पूजा पाठ करें. इसके साथ ही इसे पूजा के मंदिर या फिर किसी साफ स्थान पर रखें. शिवपुराण को एक साफ सुथरे सफेद कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए. इसकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करने के साथ ही जाप करना चाहिए.
शिवपुराण रखने पर इन नियमों का करें पालन
घर में शिवपुराण रख रहे हैं तो नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा करें. शिवलिंग पर नियमित जल चढ़ाये और शिवपुराण का पाठ करें. हर दिन ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे व्यक्ति की किस्मत चमक उठती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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