डीएनए हिंदी: Shri Krishna और Radha के प्रेम को लेकर कई कहानियां कही जाती हैं. इनमें से ही एक घटना है जब भगवान श्रीकृष्ण की सभी रानियों ने राधा से मिलने की जिद की थी. दरअसल सभी ने राधा के बारे में इतना सुना था कि वे भी उनसे मिलना चाहती थीं. देखना चाहती थीं कि आखिर श्री राधा हैं कौन और वो दिखती कैसी हैं?
बस फिर क्या था अपनी इसी इच्छा को पूरा करने के लिए सभी ब्रजधाम की ओर रवाना हो गईं. वहां उन्होंने दरवाजे पर एक खूब सुंदर लड़की को देखा. उसे देखकर सभी ने सोचा कि यही राधा होंगी. उन्होंने पूछा, 'क्या आप राधारानी हैं?' यह सुनकर वह हंसी और बोली, 'मैं श्री राधा नहीं हूं, मैं तो स्वामिनी की एक सेविका हूं'. इस पर उन्होंने सोचा कि जब सेविका इतनी सुंदर है तो राधा कितनी सुंदर होंगी. सभी राधा को देखने को उत्सुक आगे निकल गईं.
सात दरवाजे पार करने के बाद उन्हें मनमोहक छवि वाली एक लड़की दिखी. वह कोई और नहीं खुद श्री राधा थीं. राधा ने उन्हें देखते ही सवाल किया आप लोग कौन हैं? उन्होंने जवाब दिया, 'हम श्री कृष्ण की पत्नियां हैं'. कृष्ण का नाम सुनकर राधा ने उन्हें बैठने को कहा और बातें करने लगीं. रात के समय महारानी रुक्मिणी राधा के लिए दूध लाईं और बताया कि दूध गर्म है लेकिन राधा का ध्यान उनकी बात पर नहीं बल्कि अपने प्रभु पर था. उन्होंने गर्म दूध ही पी लिया.
जब रुक्मिणी, श्रीकृष्ण के कमरे में पहुंचीं और उनके पांव छुए तो पाया कि उनके पांव जले हुए हैं. उन्होंने पूछा, 'आपके पांव कैसे जले?'. इस पर कृष्ण ने कहा, 'राधा ने गर्म दूध पी लिया था उसकी पीड़ा मेरे पांव में हो रही है.' कृष्ण से यह बात सुनकर उन्हें राधा के पावन प्रेम की गहराई का पता चला.