डीएनए हिंदीः तुलसी के पौधे की तरह ही तुलसी की माला (Tulsi Ki Mala) भी बहुत ही शुभ और लाभकारी होती है. धर्म शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पौधे की पूजा और उससे जुड़े कुछ उपाय (Tulsi Ki Mala Ke Fayde) करने से बहुत ही लाभ मिलते हैं. तुलसी की माना धारण करने से भी व्यक्ति को लाभ मिलते हैं. तुलसी की माला पहनने से मां लक्ष्मी की कृपा से धन लाभ होता है. इसे पहनने से धार्मिक के साथ स्वास्थ्य से संबंधित लाभ (Benefits Of Tulsi Mala) भी मिलते हैं. आइये तुलसी की माला पहनने के फायदे (Tulsi Mala Benefits) और इसके नियम के बारे में बताते हैं.
तुलसी की माला पहनने के फायदे (Tulsi Ki Mala Ke Fayde)
धार्मिक लाभ
-मान्यताओं के अनुसार, तुलसी का बहुत ही अधिक धार्मिक महत्व होता है. तुलसी की माला पहनने से कई लाभ मिलते हैं. तुलसी का माला पहनने से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं. मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है और इससे मन भी नियंत्रित रहता है.
- तुलसी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा का नाश करता है ऐसे ही तुलसी की माला पहनने से भी व्यक्ति के सभी कष्ट दू होते हैं.
- यह माला पहनने से सात्विक भावनाएं जगती हैं और व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है. इसे पहनने से घर में सुख-शांति बनी रहती है.
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स्वास्थ्य संबंधी लाभ
- तुलसी की माला पहनने से व्यक्ति कई बीमारियों से दूर रहता है. इस माला से डाइजेशन, बुखार, जुकाम, सिरदर्द और गैस की बीमारी में फायदा होता है.
- तुलसी की माला को गले में पहनने से इसमें से तरंगे निकलती हैं जो डाइजेशन के साथ ही ब्लड प्रेशर को भी सही करती है.
- व्यक्ति को पीलिया की बीमारी होने पर तुलसी की माला पहननी चाहिए. कॉटन के धागे में तुलसी की माला पहनने से पीलिया की दिक्कत बहुत तेजी से सही होती है.
तुलसी की माला पहनने के नियम (Tulsi Ki Mala Ke Niyam)
- तुलसी की माला को पहनने के लिए इसे पहले दूध और गंगाजल से साफ कर लेना चाहिए. इस माला को भगवान विष्णु की पूजा के बाद ही धारण करना चाहिए.
- तुलसी के साथ कभी भी रूद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए ऐसे में दोनों में से किसी का भी फायदा नहीं मिलता है.
- तुलसी की माला को धारण करने के बाद मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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