Jyotish Shastra: जुड़वा बच्चों की एक समान कुंडली के बाद भी दोनों के भविष्य में होता है अंतर, जानें इसके पीछे क्या है वजह

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 10, 2023, 11:33 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Twins Child Astrology: जुड़वा बच्चों की कुंडली में बहुत सी समानताएं होती है इसके बावजूद भी दोनों के भविष्य में अंतर होता है.

डीएनए हिंदी: ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) के अनुसार, व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी कुंडली का इस्तेमाल किया जाता है. कुंडली(Janam Kundali)  से व्यक्ति के वर्तमान से लेकर भविष्य तक के बारे में जान सकते हैं. कुंडली का निर्माण जन्म के समय के ग्रह स्थिति और नक्षत्रों की दशाओं से होता है. जन्म कुंडली (Janam Kundali) के अनुसार ही व्यक्ति के भविष्य के बारे में जान सकते हैं. हालांकि कई बार लोगों के मन में सवाल आता है कि जुड़वा बच्चों (Twins Child Astrology) के जन्म का समय व दिन एक ही होता है इसके बावजूद भी दोनों के भविष्य में अंतर होता है. हालांकि दोनों बच्चों की कुंडली भी एक समान ही दिखती है. तो चलिए जानते हैं कि एक समान कुंडली होने के बाद भी दोनों के भविष्य में अंतर (Twins Child Astrology) क्यों होता है.

एक जैसी होती है जुड़वा बच्चों की कुंडली में ये सभी बातें
जुड़वा बच्चों के जन्म स्थान, जन्म तिथि और समय सभी एक समान होते हैं. दोनों के जन्म समय में सिर्फ कुछ मिनटों का अंतर हो सकता है. हालांकि दोनों के भविष्य, विचारधाराओं में बहुत अंतर होते हैं. दोनों का व्यक्तित्व भी बिल्कुल अलग-अलग होता है.

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जुड़वा बच्चों की समान कुंडली के बाद भी इस कारण होता है अंतर
ग्रहों के स्वामी 

जुड़वा बच्चों के जन्म में 3 मिनट से लेकर 12 मिनट तक का अंतर होता है. लग्न और ग्रह अंशों में इतने समय में बदलाव हो जाता है. इतने ग्रहों नक्षत्रों के स्वामी भी बदल जाते हैं. ऐसे में दोनों की कुंडली समान होने के बाद भी जीवन दशा में काफी अंतर होता है.

कर्म सिद्धांत
व्यक्ति का भविष्य उसके वर्तमान में किए गए कार्यों के फलों पर निर्भर करता है. दोनों ही बच्चों के कर्म अलग-अलग होते हैं. व्यक्ति को पिछले जन्म के कर्म का फल भी भुगतना पड़ता है. दोनों ही बच्चों के पिछले जन्म के कर्म एक समान नहीं हो सकते हैं. ऐसे में दोनों के कर्म अलग होने की वजह से दोनों के भविष्य में भी अंतर होना स्वाभिक है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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