Vaishakh Masik Shivratri 2023: वैशाख मासिक शिवरात्रि पर बन रहा है इंद्र योग, जान लें सही तारीख, पूजा मुहूर्त और पूजा विधि

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 14, 2023, 09:45 PM IST

Masik Shivratri 2023

Vaishakh Masik Shivratri 2023: मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा के लिए रखा जाता है.

डीएनए हिंदी: हर माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का व्रत रखा जाता है. यह व्रत भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा के लिए रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) पर शिव जी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है साथ ही भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है. अब वैशाख माह की मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) आने वाली है. साल 2023 में वैशाख मासिक शिवरात्रि (Vaishakh Masik Shivratri) का व्रत इंद्रयोग में रखा जाएगा. तो चलिए वैशाख मासिक शिवरात्रि की सही तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में जानते हैं.

वैशाख मासिक शिवरात्रि व्रत 2023 (Vaishakh Masik Shivratri April 2023)
मासिक शिवरात्रि का व्रत कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है. वैशाख में यह व्रत 18 अप्रैल को रखा जाएगा. पंचांग के अनुसार इस तिथि की शुरुआत 18 अप्रैल 2023 को दोपहर 01ः27 से हो रही है. जिसका समापन अगले दिन सुबह 11ः23 पर होगा. शिवरात्रि की पूजा निशीथ काल में की जाती है ऐसे में 18 अप्रैल को मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी.

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मासिक शिवरात्रि 2023 शुभ मुहूर्त (Masik Shivratri 2023 Shubh Muhurat)
मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11ः57 बजे से अगले दिन 12ः42 तक है. मासिक शिवरात्रि के दिन शाम 06ः10 मिनट पर इंद्र योग बन रहा है. अभिजीत मुहूर्त का समय सुबह 11ः54  से 12ः45 मिनट तक है.

मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा विधि (Masik Shivratri 2023 Puja Vidhi)
- मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद शिव मंदिर में जाकर पूजा करें.
- शिवलिंग पर दूध और गंगाजल से अभिषेक करें. शिवलिंग पर बेलपत्र, शहद और फूल भी अर्पित करें.
- गाय के घी का दीपक जलाएं और शिव जी को चावल की खीर का भोग लगाएं.
- शिव जी की विधि विधान से पूजा करें साथ ही "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें. मासिक शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करते हुए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से सभी रोग दोष से मुक्ति मिलती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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