यहां 40 वर्षों तक सरोवर में रहती हैं भगवान विष्णु की प्रतिमा, अत्यंत दुर्लभ हैं दर्शन

Written By Aman Maheshwari | Updated: Jun 12, 2024, 08:01 AM IST

Varadharaja Perumal

Athi Varadharaja: कांचीपुरम के इस मंदिर में भगवान विष्णु को ‘अथि वरदराजा’ के रूप में पूजते हैं. भगवान विष्णु की प्रतिमा अंजीर के पेड़ों की लकड़ी से बनी है. यहां अंजीर को ‘अथि’ के नाम से जाना जाता है.

Varadharaja Perumal Temple: दक्षिण भारत के तमिलनाडु के कांचीपुरम में एक मंदिर स्थित है. यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है. यह पर भगवान विष्णु की पूजा को लेकर अजीब मान्यता है. यहां स्थित मंदिर का नाम श्री वरदराजा पेरुमल मंदिर (Varadaraja Perumal Temple, Kanchipuram)  हैं. यहां भगवान विष्णु को वरदराजा के रूप में पूजा जाता है. यहां पर 40 सालों तक भगवान विष्णु (Lord Vishu) की प्रतिमा सरोवर के अंदर रहती है और फिर 40 दिनों के लिए बाहर निकाली जाती है.

40 सालों बाद होती हैं इष्टदेव की पूजा

श्री वरदराजा पेरुमल मंदिर में भगवान श्री वरदराजा की पूजा 40 बर्षों के बाद होती है. यहां पर 40 सालों बाद भगवान की प्रतिमा सरोवर से बाहर आती है और 40 दिनों तक पूजा के बाद फिर से प्रतिमा को सरोवर में चली जाती है. यहां पर मौजूद भगवान की प्रतिमा अंजीर की पेड़ की लकड़ी से बनी हुई है. अंजीर को ‘अथि’ के नाम से जाना जाता है ऐसे में भगवान श्री वरदराजा को ‘अथि वरदराजा’ के नाम से भी जाना जाता है.


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साल 2059 में बाहर आएगी भगवान श्री वरदराजा की प्रतिमा

साल 2019 में विष्णु रूप भगवान श्री वरदराजा की मूर्ति सरोवर से बाहर निकाली गई थी. यहां पर 1 जुलाई 2019 से लेकर 9 अगस्त 2019 तक भगवान की पूजा की गई और उत्सव हुआ था. इससे पहले 1979 में प्रतिमा बाहर आई थी और अब साल 2059 में सरोवर से बाहर आएगी. ऐसे में एक व्यक्ति अपने जीवन में सिर्फ एक-दो बार ही भगवान के दर्शन कर सकता है.

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