खूब इलाज कराने के बाद भी बीमारी से नहीं मिल रहा छुटकारा तो वास्तु दोष हो सकती है वजह, जानिए इससे मुक्ति के उपाय

Written By नितिन शर्मा | Updated: Apr 27, 2024, 08:57 AM IST

ज्योतिष की तरह ही वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra Effects) व्यक्ति के भाग्य को प्रभावित करता है. वास्तु घर बनाने से लेकर उसमें रखें सामान पर असर करता है. इसमें वास्तु के नियमों का ध्यान न रखने पर वास्तु दोष उत्पन्न होता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

Vastu Shastra Effects: हिंदू धर्म में ज्योतिष शास्त्र की तरह ही वास्तु शास्त्र का बड़ा महत्व होता है. वास्तु मुख्य रूप से घर और उसमें रखी चीजों पर असर करता है. वास्तु के विरुद्ध रखी चीजों की वजह से वास्तुदोष उत्पन्न होता है. इसकी वजह से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से लेकर तमाम बीमारियों का सामना करना पड़ता है. घर में वास्तु दोष (Vastu Dosh) और भी कई सारी समस्याओं को पैदा करती है. घर में किस दिशा में क्या रखें. क्या बनवाये. इन सभी चीजों को वास्तु नियमों के अनुसार करने पर घर में सुख और समृद्धि का वास होता है. घर में हर व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है. 

वहीं घर में कई बार किसी न किसी व्यक्ति का बीमार होना वास्तुदोष को प्रभावित करता है. बीमारी का घर में वास करने की वजह वास्तुदोष (Vastu Dosh) हो सकता है. इससे मुक्ति पाने के लिए वास्तु का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं वास्तु दोष कब होता है और इससे कैसे बचाव कर सकते है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के उत्तर पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में पानी होना जरूरी है. दक्षिण पश्चिम दिशा नैऋत्य में पानी नहीं होना चाहिए. उत्तर और उत्तर पूर्व दिशा में भारी बक्सानुमा चीजें रखने से बचना चाहिए. यह वास्तुदोष को प्रभावित करती हैं. इसकी वजह से ही घर में बीमारियां उत्पन्न होती है. 

इस दिशा में बैठकर खाएं दवा

बीमार होने पर डॉक्टर से खूब इलाज कराने पर भी कई बार दवाओं का असर पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है. दवाईयों का फायदा व्यक्ति को नहीं मिलता है. इसकी वजह घर में गलत दिशा में बैठकर दवाईयों का लेना और वास्तु दोष का प्रकट होना हो सकता है. ऐसी स्थिति में वास्तु दोष और बीमारी से बचने के लिए उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके दवा लें. इससे बीमारी होने से बचा जा सकता है. 

घर की इस दिशा में न लगवाएं नल

घर के अंदर दक्षिण और पश्चिम के बीच पानी सोर्स जैसे नल या टैब नहीं लगवानी चाहिए. यहां वॉश बेसिन या वॉशिंग मशीन रखने से बचना चाहिए. यहां पानी का रहना घर के स्वामी की सेहत को प्रभावित करता है. 

दवा को लेकर नियम

अगर आपके घर में कोई व्यक्ति बीमार है और उसकी दवा चल रही है तो भूलकर भी उनकी दवाईयों को दक्षिण दिशा में न रखें. इससे दवाईयों का असर कम होता है. इससे बचने के लिए दवा को उत्तर या फिर उत्तर पूर्व दिशा में रखें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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